भारत में हर 3 में से 1 बच्चा है Cyber Bullying का शिकार, ऐसे करें अपने मासूम को सेफ

punjabkesari.in Thursday, Aug 11, 2022 - 05:12 PM (IST)

आज के समय में इंटरनेट से जहां हमारी जिंदगी आसान हो गई है, वहीं इसके नुकसान भी बेहद है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है ‘ साइबर बुलिंग’, यानि गंदी भाषा, तस्वीरों या धमकियों से इंटरनेट पर तंग करना। सोशल मीडिया नेटवर्किंग साइट्स पर यह आम साइबर खतरों में से एक है, जिसका समाना युवाओं से लेकर बच्चे  हर रोज कर रहे हैं। एक रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई है।


बच्चों के माता-पिता से की गई बात

McAfee साइबर बुलिंग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक 85 फीसदी भारतीय बच्चे साइबर बुलिंग का सामना कर रहे हैं। यह अंतर्राष्ट्रीय औसत से दोगुना है। वहीं  42 फीसदी भारतीय बच्चे नस्लवादी साइबर धमकियों का सामना करते हैं, यह भी पूरी दुनिया के औसत 28 फीसदी से 14 फीसदी अधिक है। बताया जा रहा है कि ये सर्वेक्षण  10 देशों में किया गया, जिसमें करीब 11,687 माता-पिता और बच्चों से बातचीत की गई। 

साइबर बुलिंग मामले में  भारत नंबर 1 पर

McAfee के चीफ प्रोडक्ट अधिकारी गगन सिंह के मुताबिक भारत में साइबर बुलिंग खतरनाक स्तर पर है। हर 3 में से 1 बच्चे को 10 साल की ही उम्र में साइबर रेसिज्म, यौन उत्पीड़न और फिजिकल असल्ट से जूझना रहे हैं और इस मामले में भारत नंबर 1 पर है। भारत में नस्लवादी धमकियों के अलावा अन्य तरह के साइबर बुलिंग के मामले जैसेट्रोलिंग 36 फीसदी, पर्सनल अटैक 29 फीसदी, यौन उत्पीड़न 30 फीसदी, पर्सनल नुकसान की धमकी 28 फीसदी और डॉर्किंग यानि की सहमति के बिना जानकारी पब्लिक करना 23 फीसदी शामिल है। 


माता-पिता से  छुपाते हैं बच्चे

रिपोर्ट की मानें तो 45 प्रतिशत भारतीय बच्चों का कहना है कि वे अपने माता-पिता से साइबर धमकी के अपने अनुभव छुपाते हैं। वहीं कुछ बच्चों ने तो  साइबर बुलिंग से बचने के लिए सोशल मीडिया अकाउंट तक डिलीट कर दिया है। 87 फीसदी बच्चों का कहना है कि वे साइबर बुलिंग के बारे में अपने दोस्तों से बात करते हैं। 


क्या है साइबर बुलिंग

साइबर बुलिंग दो शब्दों से मिलकर बना है जिसमे साइबर मतलब की इंटरनेट कंप्यूटर, मोबाइल टेक्नोलॉजी और बुलिंग का मतलब परेशान करना, भयभीत करना या डरा धमका कर काम करवाना। मतलब Social Media पर किसी को जानबूझकर परेशान या धमकाने वाले मैसेज , कमैंट्स करना। एक धमकाने वाला व्यक्ति दूसरों को धमकाने के लिए टेक्स्ट मैसेज, ईमेल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, वेब पेज, चैट रूम आदि का उपयोग कर सकता है।


Cyber Bullying से कैसे बचें 

 किसी भी Unknown Person की Friend Request को Accept न करें | 

कभी भी किसी के साथ अपनी Personal Information शेयर न करें। 

Setting में जाकर यह सेलेक्ट कर सकते है की कौन कौन आपके Post को सोशल मीडिया पर देख सकता है।

अपने मोबाइल या कंप्यूटर में   Dating App, Online Game को कभी भी Unknown Source से Install न करें।

फेसबुक का इस्तेमाल बेहद सावधानी और सजगता से करना चाहिए।  ज्यादातर बच्चे फेसबुक के जरिए ही साइबर बुलिंग का शिकार होते हैं।
 

Content Writer

vasudha