मिलिए, देश के सबसे छोटे ड्रमर 'देवाग्य' से जिनके पास हैं विश्व के 7 रिकार्ड्स

punjabkesari.in Sunday, Jul 21, 2019 - 02:20 PM (IST)

म्यूजिक की धुन हर किसी को सुनती अच्छी लगती है। ड्रमर की आवाज जब कानों में पड़ती है तो सब सुन कर खुश हो जाते है। लेकिन जब उन वाद्य यंत्रों पर थिरकती हुई उंगुलियों को देखते है तो हर किसी के दांतों तले उंगुली दब जाती हैं। क्योंकि यह यंत्र कोई उम्र में बढ़ा व्यक्ति नहीं बल्कि 6 साल का देवाग्य दीक्षित बजाता है। जिसे सबसे युवा ड्रमर के तौर पर जाना जाता है। देवाग्य ने साबित कर दिया है कि दुनिया में किसी भी काम के लिए उम्र छोटी नही होती हैं। कुछ समय पहले ही उन्होंने एक ही दिन में ड्रम बजा कर अपने नाम 7 विश्व रिकॉर्ड कर लिए हैं। इस समय वह लंदन के म्यूजिक स्कूल से ड्रमिंग में ग्रेड 1 की परीक्षा दे रहा हैं। 

देवाग्य को बचपन से ही संगीत में काफी रुचि थी। डेढ़ साल की उम्र में ही संगीत में रुचि दिखानी शुरु कर दी थी। उसके बाद दो साल की उम्र में इन्हें संगीत की कोचिंग दी जाने लगी। इनकी शुरुआती शिक्षा घर पर इनके पिता ने ही दी। 

इन रिकॉर्ड्स में शामिल किया अपना नाम 

देवाग्य ने कुछ समय पहले ही 1 मिनट में सबसे अधिक ड्रम बीट्स, 1 मिनट में सबसे अधिक ड्रम किक्स, पैराडिडल्स, ड्रम रोल्स, 1 सैकेंड में सबसे अधिक ड्रम किक्स, सबसे तेज 10 हजार बीट्स परफॉर्मर जैसी श्रेणियों में रिकॉर्ड बनाया है जिससे उनका नाम ' द गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस ' में शामिल किया गया हैं। इसके साथ ही इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सात नैशनल मैमोरी रिकॉर्ड भी इनके नाम हैं। 2 साल पहले लखनऊ की रीजनल साइंस सिटी में हुए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स 2017 में 35 सैकेंड में 63 सालों के नोबेल पुरस्कार विजेताओं की पहचान की थी। 3 साल की उम्र में उन्होंने 1 मिनट में 45 कारों को पहचानने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया हैं। 

160 जगह किया लाइव सोलो शो 

संगीत की दुनिया में यह भारत के सबसे युवा ड्रमर के तौर पर जाने जाते है। 2019 में कुंभ मेले, चुनाव आयोग के वोटिंग कार्निवल, इस्कॉन ऑडिटोरियम दिल्ली के साथ कई राज्य व राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में यह पार्टीसिपेट कर चुके हैं। इसके साथ ही अब तक  देश भर में 160 से अधिक लाइव ड्रम सोलो शो कर दिए हैं। 

भारत के सबसे छोटे ताल वाद्य वादक भी है

इतना ही नहीं, यह भारत के सबसे कम उम्र के पर्क्युशियनिस्ट ( ताल वाद्य वादक) भी है। इनके इलावा देवाग्य को सिंथेसाइजर, गिटार, डम्बुका, तबला, काजोन जैसे वाद्य यंत्र बजाने भी काफी पसंद है। इस समय यह बीट बॉक्सिंग सीख रहे हैं।  

कमजोर वर्ग के बच्चों को दे रहे है संगीत की शिक्षा 

इस समय देवाग्य कमजोर वर्ग के बच्चों को संगीत की शिक्षा दे रहे है। वह इस वर्ग के बच्चों के लिए स्पेशल क्लास का आयोजन करते है। ताकि उन्हें संगीत सीखा कर सशक्त बना सकें। 

 

Content Writer

khushboo aggarwal