Chandra Grahan: ग्रहण के दौरान क्या करें और किन बातों से रखें परहेज?

punjabkesari.in Friday, Jun 05, 2020 - 02:18 PM (IST)

5 जून यानी कि आज साल 2020 का दूसरा बड़ा ग्रहण लग रहा है। ज्योतिष में इस चंद्र ग्रहण को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बाकी ग्रहण की तरह इस उपछाया चंद्र ग्रहण में सूतक काल नहीं लगेगा। मगर, फिर भी इस दौरान कुछ कामों से परहेज करना चाहिए और कुछ काम इस दौरान करने से बेहतर फल मिलता है। चलिए जानते हैं ग्रहण के दौरान आपको किन-किन बातोंं का ध्यान रखना चाहिए।

चंद्र ग्रहण का समय

चंद्र ग्रहण का प्रारंभ – 5 जून की रात को 11 बजकर 15 मिनट से
परमग्रास चन्द्र ग्रहण – 6 जून को दिन के 12 बजकर 54 मिनट पर
उपछाया चंद्र ग्रहण से अंतिम स्पर्श – 2 बजकर 34 मिनट पर
चंद्र ग्रहण का कुल समय – 3 घंटे और 18 मिनट

क्या होता है उपच्छाया चंद्रग्रहण?

चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है, जो चंद्रमा के पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आने पर होती है। ऐसा तब होता है, जब सूर्य, पृथ्वी व चंद्रमा इस क्रम में लगभग एक सीधी रेखा में स्थित रहें। वहीं उपच्छाया चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी की परिक्रमा करने के दौरान चंद्रमा पेनुम्ब्रा से होकर गुजरता है। इस दौरान, चंद्रमा सामान्य से थोड़ा गहरा दिखाई देता है।

चंद्र ग्रहण पर ना करें ये काम

. बालों में तेल लगाना, सोना, बाल ठीक, साथी से संबंध बनाना, दातुन करना, कपड़े धोना, ताला खोलना।
. चंद्र ग्रहण के समय भगवान की मूर्ति को छूना नहीं चाहिए.
. इस दौरान कुछ खाना-पीना भी नहीं चाहिए।
. चंद्र ग्रहण के दौरान सोने से परहेज करना चाहिए. चंद्र ग्रहण में तीन प्रहार यानी कि 3 घंटे तक खाना खाना नहीं चाहिए. हालांकि रोगी, बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये नियम नहीं है.
. इस समय कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए।
. ग्रहण के बाद स्नान करने के बाद पूरे घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए।
. ग्रहण के दौरान किसी भी तरह का हथियार या नुकीली चीजों का यूज न करें।
. इसके अलावा गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
. मांसाहारी भोजन का सेवन करने से भी परहेज करें।

चंद्र ग्रहण में क्या करें?

. वैसे तो इस उपचंद्र ग्रहण पर सूतक नहीं लग रहा है लेकिन भी खाने की चीजों पर एक तुलसी का पत्ता रख दें।
. ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान जरूर करें।
. इस दौरान चंद्रमा को नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए।
. गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरत मंदों को वस्त्र दान दें।
. ग्रहण के समय "ओम् सोमेश्वराय नमः" मंत्र का जाप करें और भगवान का ध्यान करें।
. कहा जाता है कि ग्रहण खत्म होने के बाद गाय को रोटी खिलाने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।

Content Writer

Anjali Rajput