गोल्ड मेडल जीत विनेश फोगाट ने रचा इतिहास, बनी पहली भारतीय महिला रेसलर

punjabkesari.in Tuesday, Aug 21, 2018 - 05:51 PM (IST)

विनेश फोगाट ने एशियाई खेलों में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए कुश्ती प्रतियोगिता के 50 किग्रा वर्ग में सोमवार को स्वर्ण पदक जीतकर नया इतिहास रच दिया।

जब विनेश अपनी बाउट में उतरीं तो पैर के दर्द की समस्या से बहुत जूझ रहीं थी। इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी सभी बाउट जीतीं और जापान की विरोधी रेसलर को एक भी मौका न मिलने दिया। फाइनल में विनेश ने काफी संभलकर शुरूआत की। उनके नजरें केवल अपने लक्ष्य पर फोक्स थी, फिर तो उन्होंने अपने पैर के दर्द की परवाह न करते हुए जापानी रेसलर पर बढ़त बना ली।  

 

विनेश ने अपनी पहली बढ़त 4-0 के बनाई थी। इसके बाद इरी युकी ने 2 अंक अर्जित किए इस बीच विनेश ने भी 2 अंक लेकर 4 अंकों की अपनी लीड को बरकरार रखा। मैच का निर्धारित समय पूरा होने के बाद विनेश ने 6-2 के अंतर से ऐतिहासिक गोल्ड मेडल अपने नाम किया।   

फाइनल में पहुंचने से पहले विनेश ने सेमीफाइन में कोरिया की पहलवान किम को हराया और गोल्ड मेडल के लिए अपनी चुनौती सामने रखी। 

 

 

परिवार ने एेसे जाहिर की खुशी
बेटी विनेश फोगाट की सफलता पर मां प्रेमलता के चेहरे पर खुशी और भावुकता दिखी। विनेश की मां का कहना है कि बेटी को अपने ताऊ महावीर फोगाट की हिम्मत से प्रेरणा मिली। मां ने बताया कि वह विनेश के पिता की मौत के बाद बिल्कुल टूट चुकी थी लेकिन महावीर जी ने हमें हिम्मत दी और मेरी बेटी ने उनके नक्शेकदम पर चलते हुए गोल्ड जीतकर सभी का सिर ऊंचा कर दिया। उन्हें कहा कि मुझे अपनी बेटी पर गर्व है। विनेश फोगाट द्रोणाचार्य अवार्ड विजेता महावीर फोगाट की भतीजी और इंटरनेशनल पहलवान गीता फोगाट की चचेरी हैं। 

 

 

संघर्ष के बाद मिला यह मुकाम
जापान की पहलवान यूकी ईरी को 6-2 से हराने वाली विनेश से देश को 2016 में भी उम्मीदें थी। उस समय विनेश को चोटिल होकर 'खेलों के महाकुंभ' से बाहर आना पड़ा लेकिन उन्होंने अपनी मजबूत इच्छाशक्ति के बूते पर न केवल जोरदार वापसी की बल्कि गोल्ड मेडल जीत देश सीना गर्व से चौड़ा किया।   

 


ताऊ माहवीर फोगाट से मिली हिम्मत
विनेश द्रोणाचार्य अवार्ड विजेता महावीर फोगाट पहलवानी की ट्रेनिंग ली। महावीर फोगाट विनेश के ताऊ है जिन्होंने अपने भाई की मौत के बाद न केवल उसके परिवार को संभाला बल्कि बेटी को इतनी होनहार बनाया कि आज उन्होंने रेसलिंग में गोल्ड मेडल जीत अपना नाम इतिहास के पनों में रच डाला। 

 


2013 में एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप 
विनेश ने हंगरी में ट्रेनिंग ली और इसी महीने स्पैनिश ग्रैंड प्रिक्स जीता। विनेश ने पहली बार साल 2013 में एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था। उन्होंने यहां 51 किलोग्राम वर्गभार में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था।

Content Writer

Sunita Rajput