अनोखा रिवाज! यहां शादी के बाद दूल्हे को पीना पड़ता है Blood

punjabkesari.in Sunday, Mar 31, 2019 - 02:01 PM (IST)

भारत में शादी किसी उत्सव से कम नहीं होती। हर धर्म में शादी को लेकर अलग-अलग रस्में निभाई जाती है। किसी देश में तो ऐसे रिवाजों से शादी होती है कि सुनकर हंसी आ जाती है तो वहीं कुछ रस्में ऐसी भी होती है जिनके बारे में जानकर काफी हैरानी होती है। आज हम आपको भारत के आदिवासी समूह में निभाई जाने वाली एक ऐसी ही शादी की रस्म के बारे में बताने जा रहे हैं।

 

मध्यप्रदेश में आज भी होती हैं पुरानी रस्में

मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ में बहुत सी जनजातियां और आदिवासी जातियां रहती है, जो आज भी सदियों से चली आ रहीं प्रथाओं को मानते हुए शादी की रस्में निभाती हैं। इतना ही नहीं, इन लोगों का हन-सहन भी पुराने जमाने का ही है। आज भी आधुनिकता इन्हें आज भी नहीं छू पाई। वहीं इस जनजाती में विवाह के दौरान एक ऐसी रस्म निभाई जाती है, जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। आज भी आधुनिकता इन्हें आज भी नहीं छू पाई।

शादी में दूल्हे को पीना पड़ता है खून

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के अंदरूनी क्षेत्रों में रहने वाली गौंड जनजाति के लोग शादी के दौरान एक बहुत ही अनोखी परम्परा का निर्वाह आज भी किया जाता है। दरअसल, यहां विवाह तब तक सपन्न नहीं माना जाता जब तक दूल्का किसी जानवर को मारर उसका खून ना पी लें। जानवर भी कोई ऐसा वैसा नहीं, सिर्फ सूअर।

बारात के साथ लाते हैं सूअर

इस रस्म को निभाने के लिए दूल्हा के परिवार वाले बारात के साथ एक जिंदा सूअर भी लाते है। जब विवाह की साड़ी रस्मे, फेरे आदि हो जाते है तो दुल्हे साथ लाए हुए सूअर को मारकर सूअर के पैर से खून पीना होता है। इस रस्म को पूरा किए बिना विवाह अधूरा माना जाता।

Content Writer

Anjali Rajput