राजघराने की औरतों को किन्नरों की सुरक्षा में रखता था शहंशाह अकबर! बेटियों की भी नहीं की शादी

punjabkesari.in Tuesday, Aug 18, 2020 - 01:17 PM (IST)

भारत इतिहास में बहुत से राजाओं की शौर्य गाथाएं दुनियाभर में मशहूर है। हमारे देश के राजा-महाराजा अपने लाइफस्टाइल से लेकर युद्धों की कई कहानियों को लेकर आज भी जाने जाते है। कुछ राजा-रानियों का प्यार दुनियाभर के लिए एक मिसाल बन गया लेकिन आज हम आपको एक ऐसे राजा के बारे में बताने जा रहें है जो अपनी पत्नियों और बहन को निगरानी में रखता था। हम बात कर रहें है ऐतिहासिक पन्नों में अपने शौर्य के लिए पहचाने जाने वाले राजा अकबर के बारे में, जिन्होंने अपनी पत्नि और बहन को हमेशा पर्दे में रखा।

मुगल शहंशाह अकबर ने राजपूतानी कन्या जोधा से विवाह किया था। मुस्लिम और हिंदू होने के बावजूद भी अकबर और जोधा शादी के बंधन बंधे थे लेकिन जीवनभर राजा ने अपनी पत्नि को पर्दे में रखा। अकबर की पत्नियों के हरम में पुरुषों का आना सख्त मना था। यहां की सिक्योरिटी की जिम्मेदारी किन्नरों को दी गई थी।

इसके अलावा राजा ने अपनी बेटियों का भी कभी विवाह नहीं किया। बेटी की शादी में सिर झुकाना न पड़े इसलिए अकबर ने अपनी 3 बेटियों की शादी नहीं की। इसके अलावा उनकी बेटियों के कक्ष के आस-पास पुरूष ही नहीं बल्कि महिलाओं को आने की भी मनाही थी। उनके कक्ष में केवल रानियां ही जा सकती थी।

जहां अकबर ने अपने पत्नि और बेटियों को सख्त निगरानी में रखा। वहीं राजा ने लड़कियों की शादी 14 और लड़कों की 16 साल तय की। उन्होंने विवाह रजिस्ट्रेशन सिस्टम भी लागु किया। अकबर ने जिंदा रहते ही अपना मकबरा 'सिंकदरा' बनवाना शुरु कर दिया था। उनकी मौत के बाद उनके बेटे जहांगीर ने इसे पूरा कराया।

Content Writer

Anjali Rajput