इसे कहते हैं जज्बा: गरीबों व बेसहारा के लिए घर बना रहा यह बुज़ुर्ग कपल

punjabkesari.in Thursday, Jul 09, 2020 - 12:27 PM (IST)

गरीबों की मदद करते हुए तो आपने बहुत लोगों को सुना होगा। मगर, आप हम आपको एक ऐसे बुजुर्ग कपल के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इंसानियत की मिसाल है। दरअसल, केरल के थंगलूर (Thangaloor) इलाके का रहने वाला एक बुजुर्ग दंपत्ति गरीबों के लिए मकान बना रहा है।

गरीबों के लिए घर बना रहा यह बुजुर्ग दंपत्ति

जी हां, मिडिल 80 साल के कोराट्टी वर्गीज व उनकी पत्नी फिलोमेना ने गरीब लोगों को अपना घर दान में दे दिया। यही नहीं, यह कपल अपनी जमीन पर घर बना रहा है, ताकि वहां गरीब व बेसहारा लोग रह सक। खबरों के मुताबिक, वह 15 अगस्त तक घर बनाकर गरीब लोंगों को सौंप देंगे।

सेना में काम कर चुके हैं वर्गीज

खास बात तो यह है कि इस काम के लिए उन्होंने किसी की मदद या फंड इक्ट्ठा नहीं किया है। बता दें कि कोराट्टी सेना में ड्राइवर और उनकी पत्नी स्कूल में टीचर रह चुकी है। 22 साल की उम्र में उन्होंने सेना में भर्ती ली और 15 साल की सेवा के बाद रिटायर हो गए। वह आर्मी सप्लाई कोर के साथ काम करते थे। इसके अलावा उन्होंने 1965 में भारत-पाक युद्ध, 1971 बांग्लादेश युद्ध में भी हिस्सा लिया था।

विरासत में मिली थी जमीन

सेना से रिटायर होने के बाद उन्हें जमीन विरासत में दी गई लेकिन उन्होंने इसे भी गरीबों को दान देने का फैसला किया। इस नेक काम में उनकी पत्नी ने भी उनका साथ दिया। बुजुर्ग कपल के 6 बच्चे हैं, जोकि सेटल्ड हैं।

मेरे बचपन ने मुझे गरीबों की मदद के लिए प्रेरित किया: वर्गीज

एक इंटरव्यू के दौरान वर्गीज ने कहा कि मैंने बचपन से ही गरीबी देखी है इसलिए मुझे उनका दुख पता है। आर्थिक तंगी के चलते मैं अपनी पढ़ाई भी पूरी नहीं कर सका। हम 6 भाई-बहन थे, जिसमें से 2 की मृत्यु हो गई। वह तीन बहनों के इकलौते भाई थे इसलिए उन्हें कम उम्र में ही घर की जिम्मेदारी संभालनी पड़ी। मेरी बचपन की यादों ने ही मुझे गरीबों की मदद के लिए प्रेरित किया। और मैंने व मेरी पत्नी ने गरीबों को आश्रय देने का फैसला किया।

वृद्धाश्रम के लिए भी दान देना चाहते हैं जमीन

बुजुर्ग दंपत्ति ने 1981 में 25 सेंट खरीदे थे, जिसके 3 सेंट पर 600 वर्ग फीट के फर्श क्षेत्र बना हुआ है। हर घर बनाने के लिए करीब 7 लाख खर्च हुआ है। कपल ने बताया कि वह बचा हुआ सेंट वृद्धाश्रम के लिए देना चाहते हैं। हालांकि वर्गीज ने गरीबों को मकान देने की कोई सार्वजनिक घोषणा नहीं की थी। उन्होंने कहा, "मैंने 5 लोगों को कहा लेकिन मैंने उनसे कोई वादा नहीं किया। मैं नाम गुप्त रख रहा हूं।"

Content Writer

Anjali Rajput