पिंजरे में रहते हैं यहां के लोग, जानिए ऐसा क्यों?

punjabkesari.in Tuesday, Mar 28, 2017 - 03:29 PM (IST)

लाइफस्टाइल:  दुनिया में गरीबी भी एक सजा की तरह ही है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि चाइना में हांगकांग शहर के गरीब लोग पिंजरे में रहते हैं, जबकि चाइना दुनिया के समृद्ध देशों में से एक है। हमनें आज तक गरीब लोगों को सड़कों, फुटपाथों पर पड़े तो देखा है लेकिन हांगकांग के लोहे के बने पिंजरों में इंसान रहते हैं। ये लोग खंडहर इमारतों की छतों या नीचे तहखानों में बने जानवरों के पिंजरे में रहते हैं। जिनकी 6 फीट लंबाई होती है और 3 फीट चौड़ाई होती है।


इन पिंजरों में 50,000 लोग पशुओं की तरह रहने को विवश है। बहुत से लोग यहां पर काफी समय से रह रहे हैं। ये पिंजरे ही उनके घर हैं। जैसे ही आप पिंजरेनुमा घरों के आगे निकलेंगे, आपको ताबूत वाले घर मिलेंगे। यहां इतनी कम जगह होती है कि आप सिर्फ किसी तरह पांव मोड़ कर सो सकते हैं। इन्हें द केज स्लम्स ऑफ हांगकांग भी कहा जाता है।
दुनिया का सबसे महंगा शहर कहा जाने वाला हांगकांग शहर के लोग बेहद गरीबी में रहते हैं। यहां के रहने वाले अधिकतर लोग अपना खुद का घर खरीदने के बारे में तो सोच भी नहीं सकते। यही कारण है कि यहां के लोग पिंजरों में रहने को मजबूर हैं। ये पिंजरे लोहे के बने होते हैं। गरीबों को ये पिंजरे भी आसानी से नहीं मिलते हैं।

 
1 पिंजरे की कीमत लगभग 11 हजार रुपए बताई जाती है। पिंजरों के साइज भी पहले  से ही तय होते हैं। 100 लोग एक ही अपार्टमेंट में रहते हैं। गरीब लोगों की परेशानी तब और बढ़ जाती है, जब एक अपार्टमेंट में महज 2 ही टॉयलेट उपलब्ध उपलब्ध करवाए जाते हैं और तमाम बुनियादी सुविधाओं का अकाल बना रहता है।  
 

Punjab Kesari