'पीरियड्स के दिनों में बनाया खाना तो कुत्ते का मिलेगा अगला जन्म'

punjabkesari.in Tuesday, Feb 18, 2020 - 07:58 PM (IST)

भई जमाना कहां का कहां पहुंच गया लेकिन हमारे भारत के कुछ कोने अभी भी अंध-विश्वासी बातों के घेरे में ही घुमी जा रहे हैं, अभी महिला की माहवारी यानि पीरियड्स के दिनों को ही ले लीजिए भई उन्हें आज भी कई जगहों में इन दिनों रसोई घर में घुसने नहीं दिया जाता और ना ही पौधो को पानी दिया जाने देते है। ऐसे ना जाने कितने मिथ्स हैं जो पीरियड्स के दिनों से जुड़े हैं।

 

वहीं भई इससे जुड़ी एक ओर बात कह गए हैं गुजरात के स्वामीनारायण भुज मंदिर के स्वामी कृष्णस्वरूप दासजी उनका कहना है कि 'अगर पीरियड के दौरान महिलाएं खाना बनाएंगी तो निश्चित तौर से उनका अगला जन्म कुत्ते के रूप में होगा।'

जी हां बता दें कि स्वामीनारायण भुज मंदिर का यूट्यूब पर अपना पेज है, जहां पर स्वामी कृष्णस्वरूप दासजी के कई वीडियो अपलोड किए गए हैं। उन्हीं में से एक वीडियो में कृष्णस्वरूप कहते हैं कि जो पुरुष पीरियड से गुजर रहीं महिलाओं के हाथ का बना खाना खाते हैं वे अगले जन्म में बैल बन जाते हैं। कृष्णस्वरूप का कहना है कि अगर एक बार भी ये गलती हुई तो अगले जन्म में जानवर बनना तय है।

इसके बाद वह यह भी कह रहे हैं कि 'ये बातें सुनकर आपको जैसा भी लगे, लेकिन शास्त्रों में ये नियम बनाए गए हैं। आपको लगेगा कि मैं बहुत कठोर हूं, औरतें ये सुनकर रो सकती हैं कि वे कुत्तों में बदल जाएंगी लेकिन हां, आपको ऐसा बनना पड़ेगा। मैं नहीं जानता कि मुझे आपको काउंसिल करना चाहिए या नहीं. 10 सालों में ये पहली बार है जब मैं ये सलाह दे रहा हूं. संतों ने हमारे धर्म की गुप्त बातों के बारे में चर्चा नहीं करने की सलाह दी है. लेकिन अगर मैं नहीं कहूंगा तो आप कभी नहीं समझेंगे। साथ ही वह पुरुषों को संबोधित करते हुए कहते हैं- 'आप पीरियड से गुजर रही महिलाओं की बनाई रोटियां खाते हैं। शादी करने से पहले, खाना बनाना सीख लें।'

बता दें कि इसी मंदिर के अनुयायी की ओर से चलाए जा रहे सहजानंद गर्ल्स इंस्टीट्यूट के हास्टल में पिछले दिनों लड़कियों के अंडरवियर उतारे जाने का मामला सामने आया था। पीरियड की जांच के लिए लड़कियों को कपड़े उतारने पर मजबूर किया गया था।

 

लेकिन डाक्टरी भाषा में यह बिलकुल गलत है हां इन दिनों महिला को बाल नहीं धोने चाहिए क्योंकि शरीर कमजोर होता है लेकिन सिर्फ पहले 2 दिन। उसे आराम की ज्यादा जरूरत होती हैं क्योंकि वह अंदरुनी रुप से कमजोर हो जाती हैं। स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है लेकिन पीरियड्स के दिनों में महिला का अपवित्र हो जाना, पौधों को पानी ना देना और किचन में प्रवेश ना करना और पूजा ना करना यह सब मिथक हैं।

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Vandana