Sridevi की पसंदीदा साड़ी को ऑनलाइन नीलाम कर रहे हैं बोनी कपूर

punjabkesari.in Sunday, Feb 24, 2019 - 12:06 PM (IST)

पिछले साल यानी 24 फरवरी के दिन बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा श्रीदेवी हम सभी को अलविदा कह गईं थीं लेकिन फैंस के दिलों में व आज भी जिंदा है। फैंस के साथ-साथ उनकी फैमिली भी उन्हें भुला नहीं पाई है। श्रीदेवी की मौत के बाद अर्जुन कपूर ने अपनी सौतेली बहन जाह्नवी और खुशी को सहारा दिया, तभी से इन भाई-बहनों का रिश्ता पूरी तरह से बदल गया। जहां पहले कभी ये एक-दूसरे की शक्ल देखना भी पसंद नहीं करते थे, वहीं अब हैप्पी फैमिली की तरह जिंदगी एन्जॉय कर रहे हैं। आपको बता दें कि श्रीदेवी की मौत के कुछ दिन बाद ही अर्जुन कपूर ने जाह्नवी और खुशी के साथ अपने बदलते रिश्ते को लेकर कुछ दिलचस्प खुलासे किए थे।

 

एक इंटरव्यू के दौरान अर्जुन ने जाह्नवी और खुशी के साथ अपने रिश्ते पर कहा था, 'जब श्रीदेवी के निधन की खबर मिली तब मैं पंजाब में था। मैंने अपनी मौसी और बहन को फौरन फोन किया। मैंने वही किया जो मुझे उस समय सही लगा। मेरी मां भी यही चाहती कि मैं अपने पापा और परिवार का साथ दूं।' 

 

अर्जुन ने आगे कहा, 'मैं एक अच्छा बेटा और भाई बन सकता हूं तो क्यों ना बनूं। मेरे लिए तो अच्छा है कि मुझे 2 और बहनें मिल गईं। अपने पिता की मदद करके मुझे बहुत राहत भी मिली।' 

 

वहीं उन्होंने जाह्नवी-खुशी के साथ अपने रिश्ते पर कहा, 'हम लोग एक-दूसरे के साथ कम्फर्टेबल हैं। हमारे रिश्ते की शुरुआत अच्छे से हुई। मुझे डर था कि ज्यादा बात करने से हमें नजर न लगे। आज हम एक-दूसरे के साथ कम्फर्टेबल होकर बात करते हैं। मैं और अंशुला हमेशा उनके साथ हैं।'

जहां अर्जुन कपूर ने अपनी दोनों बहनों जाह्नवी और खुशी कपूर का पूरा ध्यान रखते हैं वहीं बोनी कपूर भी उनके प्रति प्रोटेक्टिव रहे हैं। श्रीदेवी के निधन के 1 साल बाद अब पति बोनी कपूर उनकी साड़ी की निलामी कर रहे हैं, निलामी से मिलने वाली रकम वो चैरिटी में दान करेंगे। 


     
खबरों के मुताबिक, श्रीदेवी की इस साउथ इंडियन कोटा साड़ी को पारिसेरा नाम की वेबसाइट में नीलाम किया जा रहा है, निलामी की शुरुआती बोली 40 हजार रुपए लगाई गई। वहीं, अभी तक सबसे ज्यादा बोली 1,25,000 रुपए है।

वेबसाइट ने साड़ी के बारे में जानकारी देते हुए लिखा- श्रीदेवी की सिक्स यार्ड साड़ी उनकी साउथ इंडियन रूट की याद दिलाती हैं, जो श्रीदेवी की पहचान बन गई थी।
 

Content Writer

Sunita Rajput