कभी MC Donald's में काम करती थीं स्मृति ईरानी, जानिए उनकी लाइफ की पूरी स्टोरी

punjabkesari.in Monday, Mar 23, 2020 - 06:24 PM (IST)

टीवी जगत से राजनीति में अपनी पहचान बनाने वाली स्मृति जुबिन ईरानी वर्तमान में मोदी सरकार की टेक्सटाइल मंत्री हैं जो कभी वेट्रेस भी रह चुकी हैं। अभिनय से राजनीति तक पहुंचने का स्मृति का सफर भी बहुत मेहनत भरा रहा है। टीवी की चकाचौंध दुनिया छोड़कर उन्होंने राजनीति में कदम ऱखा और उसमें सफल भी रहीं लेकिन उनका यह सफर कैसा रहा पढ़िए। 

 

वेट्रेस और क्लीनर रह चुकीं हैं स्मृति

बहुत कम लोग जानते हैं कि स्मृति पहले MC Donald's में काम कर चुकी हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह एक फेमस रेस्टोरेंट में एक वेटर व क्लीनर के तौर पर काम किया था और बाद में मॉडलिंग की दुनिया में भी अपना नाम कमाया। 

 

टीवी सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' से मिली पहचान

एकता कपूर के सबसे लोकप्रिय टीवी शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में तुलसी का रोल निभाकर स्मृति ने लोगों के दिलों में अपनी एक खास जगह बनाई। अपनी दमदार एक्टिंग की वजह से वो टेलीविजन अकादमी अवॉर्ड, 4 इंडियन टेली अवार्ड और 8 स्टार परिवार पुरस्कार भी जीत चुकी हैं।

 

मुश्किल भरा रहा एक्टिंग करियर 

एक कार्यक्रम में इंटरव्यू के दौरान स्मृति ने कहा था कि उनकी एक्टिंग का करियर मुश्किलों भरा रहा। डिलीवरी के 2 दिन बाद जब वे अस्पताल में थीं तब प्रोडक्शन कंपनी से कॉल आई और शूटिंग उन्हें शूटिंग के लिए जाना पड़ा। 

2003 में शुरू हुआ स्मृति का राजनीतिक सफर

स्मृति ईरानी का राजनीतिक सफर 2003 में शुरू हुआ, जब उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की मेंबरशिप ली। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के चांदनी चौक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। फिर 2011 में वह गुजरात से राज्यसभा सदस्य चुनी गई। वहीं पार्टी ने अनुभव और तजुर्बा देखते हुए हिमाचल प्रदेश में महिला मोर्चे की कमान भी स्मृति को सौंप दी।

स्मृति का राजनीतिक सफर

वह 2004 में महाराष्ट्र यूथ विंग की वाइस प्रेसिडेंट बनीं और फिर वह 2011 में स्मृति ईरानी राज्यसभा की सदस्य बनीं। 2012 में उन्हें भाजपा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके बाद सितंबर 2011 से मई 2014 तक वह कोल व स्टील समिति की मेंबर रहीं। अगस्त 2012 में उन्हें आपदा प्रबंधन के संसदीय मंच का सदस्य नियुक्त किया गया और मिनिस्ट्री ऑफ अर्बन डेवलपमेंट की कंसल्टेटिव कमेटी का मेंबर बनाया गया। फिर मई 26, 2014 में वह मानव संसाधन मंत्री बनीं और उसके बाद उन्हें टेक्सटाइल मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया। 2017 में वह सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में कार्यरत रही और फिलहाल वह केंद्रीय मंत्री के रूप में काम कर रही हैं।

एनजीओ भी चलाती है स्मृति

केंद्रीय मंत्री का काम संभालने के साथ-साथ स्मृति एक एनजीओ भी चलाती है, जिसका मकसद सुदूर इलाकों में साफ पानी मुहैया कराना है।

Content Writer

Anjali Rajput