करिश्मा ने 13 साल बाद तोड़ी शादी, खोले थे पति संजय के कई घिनौने राज

punjabkesari.in Wednesday, Jun 24, 2020 - 07:20 PM (IST)

बॉलीवुड स्टार्स को देखकर हर आम इंसान के दिमाग में यहीं आता है कि भई इनकी लाइफ तो बड़ी मस्त है। यह खुलकर एंज्वॉय करते हैं, वहीं एक्ट्रेस को देखकर यहीं कहा जाता है आज की नारी तो मॉडर्न हैं अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीती है लेकिन सच तो कुछ और ही है। बहुत सी एक्ट्रेस तो ऐसी हैं जो घरेलू हिंसा की भी शिकार हुई हैं। उन्हीं में से एक नाम है करिश्मा कपूर का जो 13 साल बाद पति संजे से तलाक लेकर अलग हुई थी।

आखिर ऐसा क्या हुआ जो करिश्मा दो बच्चों की मां बन चुकी थी और शादी के 13 साल बाद उन्होंने तलाक लेने की जरूरत समझी तो बता दें वजह थी मारपीट और दहेज

एक बार तो सब सुनकर हैरान हो गए थे कि इतने बिजनेस माइंडेड व नामी अमीर लोगों भी इस तरह की डिमांड कर सकते हैं। जी हां एक इंटरव्यू में करिश्मा ने खुद बताया था कि उनके पति संजय ने उनसे पैसों के लिए शादी की हनीमून के दौरान ही करिश्मा के सामने संजय अपने भाई के साथ यह चर्चा कर रहे थे कि करिश्मा कितने पैसे ला सकती हैं। वह अपनी मां के साथ मिल कर मुझसे दहेज मांगते और मार-पीट करते थे। वहीं करिश्मा के पिता रणधीर का कहना था कि उनका दामाद कितना अय्याश है ये बात पूरी दिल्ली जानती है।

अपना दर्द ब्यां करते हुए करिश्मा ने बताया कि वह मारपीट के निशान मेकअप से छिपाती रही हैं। वहीं एक बार तो संजय ने सिर्फ ड्रेस के लिए करिश्मा को मां से थप्पड़ मरवाया था क्योंकि वह अपनी सास द्वारा दी गई ड्रेस नहीं पहन पाई थी। दरअसल, करिश्मा प्रेग्नेंट थीं इसलिए वह ड्रेस उन्हें फिट नहीं हो रही थी। यह देख संजय बेहद नाराज हो गए। उन्होंने अपनी मां को करिश्मा को थप्पड़ लगाने के लिए कहा।

करिश्मा के अनुसार, अपने पति के साथ संजय कपूर अच्छे पिता भी नहीं बन पाए थे। उन्होंने कहा कि उनके बेटे कियान की तबियत खराब थी, जिसके कारण वह पति के साथ यूके ट्रिप पर नहीं जा सकी थीं। इससे संजय बेहद नाराज हुए और अकेले ही चले गए। बाद में करिश्मा यूके पहुंचीं तो संजय रात-रात भर गायब रहते थे। उन्हें अपने बेटे की तबियत से कोई लेना-देना नहीं था। उनके लिए गोल्‍फ खेलना ज्यादा महत्वपूर्ण था।

इतनी टेलेंड होने के बावजूद करिश्मा ने आखिर 13 साल बाद इस अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई जो कि गलत था। इसके लिए उन्हें तुरंत ही एक्शन उठाना चाहिए था लेकिन उन्हें आवाज उठाई यह काबील-ए-तारीफ भी हैं। सिर्फ करिश्मा ही नहीं और भी बहुत सारी औरतें जो अभी भी चुपचाप घरेलू हिंसा सहन कर रही हैं जबकि किसी को ऐसा अत्याचार करने का हक नहीं फिर वो पति ही क्यों ना हो।

याद रखें कि अत्याचर करना अपराध है तो सहना भी...

खुद को आत्मनिर्भर बनाएं अपने फैसले खुद लेना सीखें।

 

Content Writer

Vandana