वास्तु के अनुसार कैसी होनी चाहिए आपकी राखी की थाली?
punjabkesari.in Thursday, Aug 15, 2019 - 09:57 AM (IST)
कल राखी का त्योहार पूरे भारत में बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाएगा, आप भी इस त्योहार को मनाने के लिए काफी उत्साहित होंगे। अगर आप वास्तु में विश्वास रखते हैं तो अपना रक्षाबंधन भी इसी को ध्यान में मनाएं। जी हां, वास्तु के अनुसार राखी का त्योहार मनाने से आपका ही भाग्य खुलेगा। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि वास्तु के अनुसार आपकी रक्षाबंधन की थाली कैसी होना चीहिए।
वास्तु से बनाएं राखी को और भी भाग्यशाली
राखी की थाली में वास्तु होता है। रक्षाबंधन कच्चे धागों का सूत्र हैं जो भाई-बहन को आप में जोड़ता है। इसलिए राखी बांधते समय कुछ वास्तु नियम का ध्यान जरूर रखे क्योंकि इसका आप भाग्यशाली साबित होंगे।
राखी की थाली में नारियल होना जरूरी
आजकल सभी बहनें पूजा की थाली में इसे रखना भूल जाती हैं। वे ये तो जानती हैं कि रक्षासूत्र बांधने से पहले भाई को तिलक करना है, परंतु इसके बाद नारियल का इस्तेमा भी होना ये उन्हें मालूम नहीं होता।
थाली में दीपक दाईं और अगरबत्ती बाईं तरफ हो
राखी बांधने के बाद बहन को दीपक जलाकर भाई की आरती जरूर उतारनी चाहिए। यह आरती भाई को लोगों की बुरी नजर से बचाती है। मगर हमेशा थाली में दीपक दाईं और अगरबत्ती बाईं तरफ रखनी चाहिए। इससे तभी फायदा होता है।
रौली, चंदन के साथ चावल जरूर रखें
कुमकुम लगाने के बाद माथे पर तिलक लगाना भी अनिवार्य होता है। दरअसल हिंदू धर्म में चावल को अक्षत कहा जाता है। इसका अर्थ है अक्षत यानी जो अधूरा न हो। जहां कुमकुम का तिलक लगाने से बहन भाई की लंबी उम्र की कामना भी करती है, वहीं चावल लगाने से भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
बहनें पूर्व और भाई पश्चिम की तरफ करें मुख
अक्सर राखी के त्योहार पर इस बात को नजरअंदाज किया जाता है लेकिन हमेशा ध्यान रखें कि राखी बांधते वक्त बहनें का मुंह पूर्व में तो भाई का पश्चिम की तरफ करके बैठें।