अगर आप भी बार-बार करते हैं हैंड सैनिटाइजर इस्तेमाल तो आपके लिए है यह खबर

punjabkesari.in Saturday, Aug 11, 2018 - 12:49 PM (IST)

टॉयलेट जाने के बाद या खाना खाने से पहले ज्यादातर लोग अपने हाथों को सैनिटाइजर से धोते हैं। कुछ लोग तो हाथ साफ करने के नाम पर दिन में कई-कई बार सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं। क्योंकि वह सोचते हैं की हैंड वॉश करने के लिए यह सबसे अच्छा विकल्प है। मगर एेसा नहीं है। हाल ही में हुई एक रिसर्च से यह बात पता चली है कि एेसा करना हमारी सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक है। 

 

क्या कहती है रिसर्च ?

यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न की रिसर्च के अनुसार, अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर्स सिंपल बैक्टीरिया को सुपरबग में बदल रहे हैं जो बेहद शक्तिशाली ऐंटीबायॉटिक के प्रति भी प्रतिरोधी हो गए हैं। इसकी वजह है जरूरत से ज्यादा अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर्स का इस्तेमाल करना। 

 

सैनिटाइजर से हाथ धोने के नुकसान

 

1. सारे कीटाणुओं को नहीं मार पाता
ज्यादातर लोगों को लगता है कि सैनिटाइजर की 1 बूंद से हाथ धोने पर सभी कीटाणु  मर जाते हैं। मगर एेसा नहीं 60 फीसदी सैनिटाइजर्स में अल्कोहल होता है जो कीटाणु को पूरी तरह खत्म नहीं कर पाते। एेसे में हाथ धोने के लिए साबुन बेहतर विकल्प है। 

 

 

2. सर्दी-जुकाम


अल्कोहल सैनिटाइजर में ट्राइक्लोसन की मात्रा ज्यादा होती है। ट्राइक्लोसन जोकि एक पावरफुल एंटीबैक्टीरियल एजेंट है। रोजाना इसका इस्तेमाल करने से एंटीबायोटिक्स निष्प्रभावी हो जाते हैं। इस वजह से खांसी, सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियां होने लगती है। 

 

 

3. खुदरी त्वचा
सैनिटाइजर्स लगाने से त्वचा खुदरी होने लगती है। इतना ही नहीं, आगे चलकर स्किन से संबंधित कई और समस्याएं भी हो सकती है।

 

 

4. फर्टिलिटी पर बुरा असर
आपको जानकर हैरानी होगी सैनिटाइजर से फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ता है। क्योंकि ज्यादातर सैनिटाइजर्स में फालेट्स पाया जाता है जो हैल्थ के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता है। 

 

 

5. रोग प्रतिरोधक क्षमता घटाना


जैसे की हम सब जानते हैं कि शरीर में सिर्फ बैड बैक्टीरिया ही नहीं बल्कि गुड बैक्टीरिया भी होते हैं। जो हमें स्वस्थ रखता है। मगर सैनिटाइजर अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया को मार देता है। इससे शरीर की  रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है। 
 

Content Writer

Nisha thakur