''मुझे काली-काली कहते थे लोग, बहुत कुछ सहा लेकिन हारी नहीं मैं''

punjabkesari.in Wednesday, Jun 03, 2020 - 03:16 PM (IST)

कहते ग्लैमर्स इंडस्ट्री में टेलेंड मायने रखता हैं जबकि ऐसा कुछ नहीं, फिल्मी नगरी में जितना जरूरी टेलेंड है, उतना ही जरूरी है रंग-रुप। बॉलीवुड में ऐसी कई अभिनेत्रियां हैं जिन्हें करियर की शुरूआत में रंगभेद का सामना करना पड़ा, यहां तक की लोगों के कई ताने भी सुनने पड़े लेकिन उन हीरोइनों ने हार नहीं मानी बल्कि खुद को और भी बेहतर बनाया और आज इंडस्ट्री पर राज कर रही हैं, उन्हीं में से एक शिल्पा शेट्टी हैं जिनकी गिनती आज बॉलीवुड की हिट हीरोइनों में होती हैं लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उन्हें काले रंग के कारण काफी कुछ झेलना पड़ा।  

शिल्पा ने एक इंटरव्यू के दौरान अपना वो दर्द बयां किया, जब काली होने की वजह से उन्हें प्रोड्यूसर फिल्मों से बाहर कर दिया करते थे। शिल्पा ने बताया में अपनी करियर के शुरूआती दिनों में कुछ बड़ा करने की ख्वाहिश पाले बैठी थी लेकिन काली, लंबी व पतली होने की वजह से मुझे लोगों का रिजेक्शन झेलना पड़ा, मगर हार नहीं मानी और इन बातों को खुद हावी भी नहीं होने दिया जिस वजह से आज वो इस मुकाम पर है। 

शिल्पा ने बताया, जब मैंने फैशन की दुनिया में कदम रखा तो मैं सिर्फ 17 साल की थी। मैंने एक फैशन शो में सिर्फ मस्ती के लिए पार्टिसिपेट किया तो मैं एक फोटोग्राफर से मिली जो मेरी तस्वीरें लेना चाहता था। 'मेरे लिए यह एक बहुत अच्छा मौका था अपने कंफर्ट जोन से बाहर आने का। यहीं से मैंने मॉडलिंग की शुरुआत की। मैंने कभी भी ये दुनिया नहीं देखी थी और न ही चीजों को समझा था। जब कामयाबी की कसौटी पर कसे जाने का वक्त आया तो मैं तैयार नहीं था।'

उन्हें उस वक्त इतना भी नहीं पता था कि हिंदी कैसे बोलनी है, इतना ही नहीं कैमरा के आगे आने से भी हिचकिचाती थी लेकिन उन्होंने कोशिश काफी की। शिल्पा के मुताबिक एक पल को एन्जॉय करना और दूसरे को इगनोर कर देना आसान नहीं होता है। शिल्पा ने इस बारे में बताया, 'मैंने खुद को अलग पहचान देने का फैसला किया और बिग ब्रदर में एंट्री ली। ये मेरे लिए कुछ अलग करने का मौका था। इसके बाद जिंदगी में काफी बदलाव आए।'

वहां लोगों ने मुझे जल्दी स्वीकार नहीं किया क्योंकि मैं भारत से थी। ये मेरे लिए बहुत मुश्किल था लेकिन मैंने हार नहीं मानी। मगर जब शिल्पा वो शो जीती तो लोगों ने उनपर काफी गर्व भी किया। वो सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि उन सब के लिए लड़ी जो रंगभेद का शिकार होती है। शिल्पा ने काफी स्ट्रगल किया और साबित कर दिया कि वो किसी से कम नहीं, ना रंग-रूप में ना ही टैलेंड के मामले में, अगर शिल्पा जैसी सोच व दृढ़ निश्चिय हर महिला का हो तो जिंदगी में सक्सेस हासिल करना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं।

Content Writer

Sunita Rajput