Navratri Special: जानें किस दिन होती दुर्गा मां के किस रुप की पूजा

punjabkesari.in Wednesday, Mar 25, 2020 - 01:47 PM (IST)

आज से चैत्र नवरात्र का  आरंभ हो गया है। यह पावन त्योहार पूरे 9 दिन मनाया जाता है। हर दिन माता रानी के अलग-अलग रुपों की पूजा की जाती है। उन्हें खुश करने के लिए अलग-अलग चीजों का भोग लगाया जाता है। तो चलिए आज हम आपको बताते है कि मां दुर्गा के किस रुप को कौन से  और कितने फलों व मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए।


25 मार्च 
आज के दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री के रूप की पूजा की जाएगी। माता की कृपा पाने के लिए उन्हें गाय के दूध से बनी चीजों का भोग लगाएं। ऐसे में उन्हें दूध, गुड़ और अनार डाल कर खीर, बर्फी या मालपुआ का भोग लगाएं। इसके साथ ही माता प्रिय बल अनार को उन्हें जरुर चढ़ाएं।


26 मार्च
दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी मां की पूजा की जाती है। इनकी पूजा करने के बाद घी, दूध, शहद, चीनी और गंगा जल से तैयार पंचामृत का भोग लगाएं। इसके साथ ही पान व सुपारी अर्पित करें। ब्रह्मचारिणी मां को प्रसन्न करने के लिए 2 से ब जरुर चढ़ाएं।

27 मार्च
नवरात्रि के तीसरे दिन चंद्रघंटा मां की पूजा की जाती है। इनकी कृपा से घर में सुख-शांति, पॉजिटिव एनर्जी आती है। दूध अति प्रिय होने से आप देवी मां को गुड़, सेब से तैयार खीर का भोग लगा सकते है। इसके साथ ही 3 केले भी चढ़ाएं।

28 मार्च
चौथे दिन मां के कुष्मांडा स्वरुप की पूजा होती है। इनकी पूजा करने से बीमारियों से छुटकारा मिलता है। देवी मां इस रुप को खुश करने लिए इन्हें मालपुओं का भोग लगाएं। इसके साथ ही इनका प्रिय नाशपाती हैं। ऐसे में मां को 4 नाशपाती अर्पित करें।

29 मार्च
नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है। दुर्गा मां का स्कंद रुप व्यक्ति बुद्धि में वृद्धि करता है। ऐसे में इन्हें खुश करने के लिए मंत्रों का उच्चारण करते हुए 6 इलायची चढ़ानी चाहिए। स्कंदमाता का मनपसंद फल अंगूर होने से 5 अंगूरों के गुच्छे अर्पित करें।

30 मार्च
छठे दिन कात्यायनी माता की पूजा होती है। इनकी पूजा करने से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भोग के तौर पर मां के स्कंद रुप को शहद चढ़ाएं। इसके साथ ही मां को 6 अमरुद भोग लगाएं।

 31 मार्च
सातवां दिन दुर्गा मां के कालरात्रि स्वरुप की पूजा करके मनाया जाता है। कालरात्रि मां दुखों का नाश कर, डर, भूत- प्रेतों से मुक्ति दिलाते हैं। मां के इस रूप को खुश करने के लिए इन्हें गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाना चाहिए। इसके साथ ही प्रिय बल चीकू होने से 7 चीकू जरुर चढ़ाएं।

1 अप्रैल
आठवें दिन अष्टमी मनाकर देवी मां के महागौरी रुप की पूजा की जाती है। इस दिन देवी मां को हलवा, चना, पूरी, नारियल आदि का भोग लगाकर कन्याओं की पूजा करनी चाहिए। इसके साथ ही मां को उनके प्रिय बल शरीफा का भोग लगाना न भूलें।

2अप्रैल
नवरात्रि के नौवें दिन सिद्धिदात्री मां की पूजा की जाती है। देवी मां का रुप संसार को चलाने वाली होती है। कुछ लोग इस दिन मां को हलवा, चना और पूरी का भोग लगाकर देवी मां को प्रसन्न करते हैं। इसके साथ ही इस दिन इन्हें मालपुओं और 9 संतरे अर्पित करें।

Content Writer

Vandana