रिलेशनशिप से हुई ये 5 हैरानीजनक रिसर्च, क्या आपको भी लगती हैं सच्ची?

punjabkesari.in Monday, Dec 24, 2018 - 06:51 PM (IST)

जहां साल 2018 में जहां हेल्थ को लेकर कई रिसर्च सामने आई वहीं इस साल रिलेशनशिप को लेकर भी कई खुलासे किए गए। ऑनलाइन डेटिंग, क्या साथी के अनुरूप होना ठीक है? क्या शादीशुदा लोग ज्यादा खुश रहते हैं? जैसे कई सवालों के जवाब ढूंढने के लिए रिसर्च की गई। आज हम आपको 2018 में ऐसे ही सवालों पर हुई कुछ रिसर्च के बारे में बताने जा रहे हैं।

 

शादी से खुशी बढ़ती है मगर...

शादी के बंधन में बंधते समय हर कोई खुश होता है लेकिन शादी के बाद दूल्हा-दुल्हन की जिंदगी में कई स्थायी बदलाव भी आते हैं, जोकि कई बार परेशानी का सबब भी बन जाता है। रिसर्च के अनुसार भी, शादी के बाद लोगों का खुलापन और बाहर घूमना-फिरना कम हो जाता है। शादी के बाद कुछ दिनों तक लोग संतुष्ट और खुश दिखते हैं लेकिन कुछ साल बाद ही वो फिर से उसी हालात में पहुंच जाते हैं, जहां शादी से पहले होते हैं। तो शादी से स्थायी खुशी नहीं मिलती।

क्या सच में सिंगल लोग रहते हैं ज्यादा खुश?

रिसर्च में ये बात सामने आई है कि सिंगल्स की लाइफ में मैरिड लोगों से ज्यादा मजबूत सोशल नेटवर्क होता है। साथ ही उनका फ्रेंडजोन भी बड़ा और स्ट्रांग होता है। इसी वजह से वह मेंटली व फिजिकली हेल्दी रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ मैरिड लोग अन्हेल्दी हैबिट्स में पड़ जाते हैं और घर व ऑफिस की परेशानियों के चलते भी उनके खुशी के मौके कम मिलते हैं।

 

मेरे टाइप का लड़का या लड़की

इस डिजिटल दुनिया में ऑनलाइन डेटिंग का ट्रैंड खूब देखने को मिल रहा है। पहले ये ट्रेंड सिर्फ विदेशों में था, परंतु अब भारत में भी आम देखने काे मिल रहा है। कई बार आप ऑनलाइन पार्टनर ढूंढते वक्त एक ही व्यक्ति की प्रोफाइल को बार-बार चेक करते हैं। रिसर्चर्स कहते हैं कि हम जिस चेहरे को देखकर आगे बढ़ जाते हैं, कई बार उन्हें दोबारा देखने का दिल करता है। इसके पीछे का मनोविज्ञान ये है कि कहीं हम अपने संभावित साथी को मिस न कर दें।

विपरीत मिजाज का शख्स

हर कोई चाहता है कि उसकी पार्टनर विपरीत सोच का हो क्योंकि लोगों को लगता है ओपोजिट सोच रखने वाले कपल्स ज्यादा खुश रहते हैं। मगर आपका ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है। रिसर्च कहती है कि अगर कपल्स की सोच एक-जैसी हो तो उन्हें ज्यादा आसानी होती है। जैसे की देर रात तक जगने या सुबह जल्दी उठने की आदत अगर दोनों पार्टनर को हो तो उन्हें किसी तरह परेशानी नहीं होती।

 

पार्टनर से तलाक का असर

पार्टनर के साथ तलाक या उसे खो देने के बाद भी लोगों की जिंदगी में कई बदलाव आते हैं। रिसर्च कहती है कि तलाक के बाद महिलाएं खुशमिजाज हो जाती हैं और मर्दों के लिए अलगाव के इस पड़ाव को पार करना मुश्किल हो जाता है। शोध के मुताबिक, पार्टनर को खोने के बाद दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि पार्टनर के जाने के बाद दिल की धड़कनें अनियमित हो जाती हैं, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा रहता है।

 

रोमांस भरा भविष्य

समाज में एक साथी के साथ जीवन बिताना आदर्श माना जाता है लेकिन नए जमाने का चलन एक ही वक्त में कई लोगों से संबंध का है। जो लोग एक साथ कई रोमांटिक संबंध रखते हैं, वो ज्यादा खुले मिजाज के होते हैं लेकिन अगर आप एक साथ कई लोगों से रिश्ते में नहीं हैं तो जरूरी नहीं है कि आप कोई चीज मिस कर रहे हैं। रिसर्च के अनुसार, एक साथी के प्रति समर्पण भी आप को उतनी ही खुशी देता है।

Content Writer

Anjali Rajput