Bikini Day: जानिए, कब और कैसे हुई महिलाओं में बिकनी पहनने की शुरुआत

punjabkesari.in Sunday, Jul 05, 2020 - 02:38 PM (IST)

आज के इस मॉर्डन समय में बिकनी पहनना महिलाओं के लिए फैशन बन गया है। एक्ट्रेसेस और मॉडल्स भी आए दिन बिकनी में हॉट फोटोशूट करवाती हैं। देश-विदेश के बहुत से बीचों पर महिलाएं अक्सर अपने फैंड्स के साथ बिकनी पहनकर जमकर मस्ती करती है। इसमें कोई शक नहीं कि ज्यादातर महिलाओं का फेवरेट बीचवेअर बिकनी ही है लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिकनी पहनने की शुरूआत कहां से हुई। आज बिकनी दिवस के मौके पर हम आपको बताएंगे कि बिकनी पहनने और बिकनी डे की शुरूआत कहां से हुई। तो चलिए जानते हैं बिकनी डे से जुड़ी कुछ खास बातें।

 

किसने बनाई बिकनी?

आज ही के दिन 5 जुलाई 1946 को फ्रेंच इंजीनियर 'लुईस रियर्ड' ने मॉर्डन बिकनी यानी 2 पीस स्विमसूट को इंट्रोड्यूस किया था। इसी कारण आज के दिन ही बिकनी डे भी मनाया जाता है। लुईस ने बिकनी का नाम एक जगह के नाम पर रखा था। प्रशांत महासागर के पास स्थित 'बिकिनी अटॉल' नामक जगह में उस समय बम की टेस्टिंग की जाती थी। लुईस रियर्ड के इस आविष्कार को भी किसी बम से कम नहीं माना जाता था, जिसके कारण इसका नाम बिकिनी रखा गया।

किसने पहनी थी पहली बार बिकनी

बिकनी का अविष्कार होने के काफी समय तक कोई भी एक्ट्रेस, मॉडल इसे पहनने को तैयार नहीं थी। कोई महिला इसका एड करने के लिए भी तैयार नहीं थी लेकिन कुछ समय बाद 19 साल की एक डांसर मिशेलाइन बिकनी का एड करने के लिए तैयार हो गई। एड आने के बाद मिशेलाइन को करीब 50 हजार फैंस के खत मिले। इसके बाद 1951 में हुए फर्स्ट मिस वर्ल्ड ब्यूटी पेजंट की प्रतिभागियों ने भी बिकनी पहन ली।

महिलाओं का फेवरेट बीचवेअर है बिकनी

ब्यूटी पेजंट के बाद स्पेन और इटली के साथ कई देशों में बिकनी पहनने पर बैन लगा दिया गया। मगर इसके बाद धीरे-धीरे समाज में मॉर्डन बिकनी को स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद महिलाओं में बिकनी पहनने का चलन बढ़ता ही गया और उन्होंने इसे बीच पर पहनना भी शुरू कर दिया। आज के समय में बिकनी महिलाओं का सबसे फेवरेट बीचवेअर बन गया है। बदलते समय के साथ बिकनी पहनना फैशन के साथ-साथ जरूरी भी समझा जाने लगा। आज के समय में बिकिनी पहनना इस बात का सबूत है कि आप सिर्फ फैशनेबल ही नहीं बल्कि बिल्कुल फिट भी हैं।

Content Writer

Anjali Rajput