कियारा मार्शेल: बचपन में खोया 1 पैर लेकिन नहीं छोड़ा हौंसला, आज है फेमस ब्रांड की मॉडल

punjabkesari.in Tuesday, Jun 23, 2020 - 02:57 PM (IST)

मॉर्डलिंग की दुनिया में खूबसूरती, टॉकिंग व वॉर्किंग का अहमियत दी जाती है। ऐसे में क्या आप सोच सकते हैं कि अगर किसी का एक पैर ही ना हो तो। वह कैसे रैंप वॉक करेगा या कैसे मॉर्डलिंग की दुनिया में टिक पाएगा? मगर, कियारा मार्शेल ने इस नामुमकिन काम को भी मुमकिन कर दिखाया है। बचपन में ही अपना एक पैर खो चुकी कियारा अब मार्डलिंग की दुनिया में खूब नाम कमा रही है। चलिए बताते हैं कैसे एक पैर खोने के बाद भी लाखों लोगों के लिए मिसाल बन रही कियारा...

10 साल की उम्र में खोए पैर

न्यूयॉर्क के ब्रूकलिन में रहने वाली कियारा मार्शेल 10 साल की थी जब नशे में घुत एक आदमी ने उनपर गाड़ी चला दी। बुरी तरह घायल को कियारा को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी जान तो बचा ली लेकिन उन्हें अपना एक पैर खोना पड़ा। बता दें कि जब यह हादसा हुआ तब किया अपने परिवार के साथ स्वतंत्रता दिवस के आयोजन पर गई थी।

मेहनत से फैश वर्ल्ड पर छाई कियारा

एक पैर चले जाने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं है। उसके बाद जल्द ही आर्टिफिशियल पैर इंप्लांट करके कियारा को नई जिंदगी दी।  कियारा ने बताया कि अपना पैर खोने के बाद मैं बहुत निराश थी लेकिन जब मैंने आर्टिफिशियल पैर के बारे में सुना तो एक नई उम्मीद जागी। इसके बाद जब मैंने मॉडलिंग शुरु की तो अहसास हुआ कि एक पैर के न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं अपने कृत्रिम पैर के साथ भी लाइफ को एंजॉय कर सकती हूं। इसके बाद कियारा ने अपने मेहनत व हौंसले से फैशन वर्ल्ड में अपनी जगह बनाई।

फेमस ब्रैंड के लिए करती हैं मॉडलिंग

27 साल की कियारा आज टॉमी हीलफिगर और टीन वॉग जैसे ब्रांड के लिए मॉडलिंग करती हैं। शारीरिक विकलांगता के बाद भी जिंदगी हार जाने वाले लोगों के लिए कियारा प्रेरणा हैं। वह खुद भी ऐसे लोगों को सफल होने के लिए प्रेरित करती रहती हैं।

दुनिया से नहीं छिपाती अपनी कमी

खास बात तो है कि कियारा अपने हर फोटोशूट में आर्टिफिशियल पैर को छिपाने की बजाए खुलकर दिखाती हैं, ताकि इससे विकलांग लड़कियों को हौंसला मिल सके। कियारा ने 18 साल की उम्र में मॉडलिंग की शुरुआत की। उनका कहना है कि आर्टिफिशयल पैर इंप्लांट होने के बाद कुछ ही समय में मैंने मॉडल बनने का फैसला कर लिया थी। मैं ऐसा काम करना चाहती थी, जिसमें मुझे अपना पैर छिपाना न पड़े।

डिजाइन कंपनी एलेलेस की ब्रांड एंब्रेसेडर

2018 में जब वह पोर्टफोलियो के लिए न्यूयॉर्क गईं तो उन्होंने ऐसी मॉडलिंग एजेंसी के साथ काम करना शुरू किया, जो विकलांग या प्लस साइज महिलाओं को मौका देती है। अपनी मेहनत के बल पर आज कियारा डिजाइन कंपनी एलेलेस की ब्रांड एंब्रेसेडर हैं। वह अपनी ही तरह की विकलांग लड़कियों के लिए काम करती हैं, ताकि वह भी समाज में वो दर्जा पा सकें, जिसकी वह हकदार हैं। वह कहती हैं कि अभी भी विकलांग लोगों के लिए कई काम किए जाना बाकी हैं। मैं ऐसी ही लड़कियों को समाज में उनका हक दिलाना चाहती हूं।

Content Writer

Anjali Rajput