जोहरा सेहगल ने कार में घूम ली थी पूरी दुनिया, कपूर खानदान की 4 पीढ़ियों के साथ किया काम

punjabkesari.in Wednesday, Sep 30, 2020 - 10:30 AM (IST)

गूगल ने डूडल बनाकर दिग्गज एक्ट्रेस और डांसर ज़ोहरा सहगल (Zohra Segal) को सम्मानित किया। जोहरा सहगल फिल्म इंडस्ट्री की वो एक्ट्रेस थी जिन्होंने कपूर खान दान की 4 पीढ़ियों के साथ काम किया। बॉलीवुड की ग्रेट ग्रैंड लेडी जोहरा अपनी एक्टिंग के लिए दुनियाभर में फेमस थीं।

संघर्ष भरा रहा जोहरा का बचपन

मुस्लिम परिवार में जन्मी जोहरा सहगल के बचपन का नाम साहेबजादी जोहरा बेगम मुमताज उल्ला खान था। वह अपने 7 भाई-बहनों में तीसरे नंबर की थीं। जोहरा सहगल की जिंदगी बचपन में संघर्ष से भरी रही। छोटी उम्र में ही उनकी मां का निधन हो गया। उनकी मां चाहती थीं कि जोहरा लाहौर जाकर पढ़ें इसलिए वह अपनी बहन के साथ क्वीन मेरी कॉलेज में दाखिला लेने चली गई। वही, जोहरा को देश विदेश घूमने-फिरने, अलग-अलग संस्कृति और परंपरा को जानने में दिलचस्पी थीं। वह अपने अंकल के साथ कार में लगभग पूरा भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप की यात्रा कर चुकी थीं। वहीं, लौटने के बाद जोहरा को लाहौर के क्वीन मैरी गर्ल्स कॉलेज भेज दिया गया था।

फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज एक्ट्रेस व डांसर जोहरा सहगल

जोहरा बचपन से ही टामबॉय किस्म की लड़की थीं। छोटी उम्र में उन्होंने बुरके का बहिष्कार किया। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि लड़कों के साथ खेलना, पेड़ पर चढ़ जाना उन्हें अच्छा लगता था। 7 साल की उम्र में मोतियाबिंद के कारण उनकी बायी आँख की रोशनी चली गई थी लेकिन इलाज के बाद उन्हें दिखाई देने लगा था.। जोहरा हमेशा से थिएटर को अपना पहला प्यार मानती थी। थिएटर से ही उन्होंने एक्टिंग की कई बारीकियां सीखी। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर डांसर और कोरियोग्राफर से की।

कपूर खानदान की 4 पीढ़ियों के साथ किया काम 

पृथ्वीराज कपूर के पृथ्वी थियेटर में जोहरा ने करीब 14 साल तक काम किया। उन्हें 400 रुपए महीने की सेलरी मिलती थी। इसके बाद वह फिल्मों में आईं। जोहरा सहगल ने 75 की उम्र के बाद ‘दिल से’, 'हम दिल दे चुके सनम',  'कभी खुशी कभी गम', ‘वीर-जारा’ और 'सांवरिया' जैसी फिल्मों में काम किया।

रास नहीं आया शादी का बंधन

14 अगस्त, 1942 को जोहरा ने अपने से 8 साल छोटे कामेश्वर सहगल से लवमैरिज की। उनके पति पेंटर, डांसर और साइंटिस्ट थे। जोहरा और कमलेश्वर की शादी कई लोगों को रास नहीं आई। हालात दंगे जैसे बन गए थे लेकिन बाद में सब मान गए थे। दोनों ने लाहौर जाकर डांस इंस्टीट्यूट खोल लिया था लेकिन जल्दी ही उन्हें इस बात का अंदाजा हो गया था कि यहां पर इंस्टीट्यूट चलाना तो दूर लाहौर में जिंदा बचना मुश्किल हो जाएगा। उनके दो बच्चे बेटी किरन और बेटा पवन हैं। अंतिम दिनों में जोहरा अपनी बेटी के साथ ही रह रही थीं। वर्ष 2012 में बेटी किरन ने 'जोहरा सहगल: फैटी' नाम से उनकी जीवनी भी लिखी। किरन ने भावुक होते हुए कहा कि अंतिम दिनों में उनकी मां को सरकारी फ्लैट तक नहीं मिला, जिसकी उन्होंने मांग की थी। उन्होंने कहा कि वह जिंदादिली और ऊर्जा से हमेशा लबालब रहती थीं।

कई अवॉर्ड से सम्मानित

जोहरा सहगल को कई अवार्ड के साथ सम्मानित किया गया था। उन्हें 1998 में पद्मश्री, 2001 में कालीदास सम्मान, 2004 में संगीत नाटक अकादमी सम्मान मिले। यही नहीं,  संगीत नाटक अकादमी ने उन्हें लाइफ टाइव अचीवमेंट अवार्ड के तौर पर अपनी फ़ेलोशिप भी दी।

मरने से पहले बताई थी आखिरी इच्छा

10 जुलाई 2014 को दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनकी मौत हो गई। खबरों की माने तो उन्होंने अपनी अंतिम इच्छा बताते हुए कहा था कि मरने के बाद मुझे जलाया जाए और मेरी राख को बाद में फ्लश कर दिया जाए।

Content Writer

Priya dhir