टेक्नोलॉजी के साइड-इफेक्ट्स से बचना चाहते है तो ध्यान रखें ये बातें

punjabkesari.in Thursday, Jun 21, 2018 - 05:08 PM (IST)

टेक्नोलॉजी से जुड़ी चीजें जैसे मोबाइल, कम्प्यूटर, लैपटॉप और रुटीन गैजेट्स आजकल लाइफ का सबसे जरूरी हिस्सा बन चुकी है। सुबह से लेकर शाम तक आपको कितने ही कामों के लिए तकनीक पर निर्भर रहना पड़ता है। दफ्तर का काम, रेल के टिकट बुकिंग, खरीददारी करने या फिर किसी बिल का भुगतान ही क्‍यों न करना हो, टेक्नोलॉजी हर जरूरत को पूरा करने का काम करता है। मगर क्या आप जानते हैं रोजाना इस्तेमाल की जाने वाली ये चीजों आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाती है। इसके कारण सिरदर्द, तेज हृदयगति, सोने में दिक्कत, गुस्सा, लगातार तनाव रहना, आलस्य जैसी आम समस्याएं भी बढ़ती जा रही हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देंगे, जिससे आप टेक्नोलॉजी के इन साइड इफेक्ट्स से बच सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कैसे बचें टेक्नोलॉजी के इन साइड इफेक्ट्स से।
 

1. मोबाइल रखने की सही जगह
अक्सर लोग मोबाइल को अपने ज्यादा से ज्यादा पास रखते हैं। इसके अलावा रात को सोते समय भी लोग मोबाइल या रूटीन गैजैट्स को तकिए के नीचे रख लेते हैं, जोकि सेहत के लिए हानिकारक हैं। महिलाओं के लिए मोबाइल पर्स और पुरुषों के लिए कमर पर लगी बेल्ट पर लगे पाउच में रखना सही है।

2. लिफ्ट या मेट्रो में न करें मोबाइल का इस्तेमाल
लिफ्ट या मेट्रो में मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी खतरनाक हो सकता है। दरअसल, मोबाइल से निकली तरंगों के बाहर निकलने का रास्ता बंद होने से शरीर में रेडिएशन का खतरा बढ़ जाता है। शरीर में रेडिएशन बढ़ने से आपको कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा हो सकता है।
 

3. लैपटॉप पर काम करते समय सावधानी
आजकल लोग घर पर ही नहीं ऑफिस में काम करते समय भी लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं। ज्यादातक लोग अपने कंर्फ्ट के लिए लैपटॉप को गोद में रख लेते हैं लेकिन यह खतरनाक हो सकता है। लैपटॉप इस्तेमाल करते समय उसमें से हीट निकलती है, जिससे शरीर के निचले हिस्से को नुकसान पहुंच सकता है। इसके अलावा ज्यादा देर लैपटाप पर काम करने से आंखों के रेटिना पर भी गलत असर पड़ता है।
 

4. आंखों को आराम दें
लैपटॉप, कम्प्यूटर और मोबाइल फोन का इस्तेमाल ज्यादा देर तक न करें। जितना हो सके इन चीजों से दूर रहें। इससे आपको अनिद्रा के साथ-साथ तनाव की समस्या भी हो सकती है। अगर आपको लैपटॉप या कम्प्यूटर पर अधिक काम करना पड़ता है तो चश्मे पर एंटीग्लेयर स्क्रीन लगवा लें और बीच-बीच में अपना ध्यान कहीं और भी लगाते रहें।

5. मोबाइल पर बिताएं कम समय
मोबाइल का इस्तेमाल कम करें और इसे खुद से उचित दूरी पर ही रखें और हमेशा कम रेडिएशन वाले मोबाइल फोन ही खरीदें। फोन पर समय बिताने के साथ अपनी फैमिली और दोस्तो के साथ बातचीत करें। आजकल आपस में बातचीत कम होने के कारण भी स्ट्रेस की समस्या बढ़ती जा रही है। फोन से दूर रहने पर आपका स्ट्रेस खुद ब खुद दूर हो जाएगा।
 

6. गैजेट्स पर न रहे निर्भर
अपने रोजमर्रा के कामों के लिए गैजेट्स पर ज्यादा निर्भर न रहें। मोबाइल फोन इस्तेमाल करने से लेकर आप कपड़े धोने के लिए वॉशिंग मशीन, चटनी पीसने के लिए मिक्सी जैसे गैजेट्स का प्रयोग करते हैं। मगर एक्सपर्ट के मुताबिक, ये आपको आलसी बना देते हैं।

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