जन्माष्टमी स्पैशल: कान्हा को पीला रंग क्यों है प्यारा?

punjabkesari.in Sunday, Aug 29, 2021 - 04:18 PM (IST)

जन्माष्टमी का पर्व पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लोग ना सिर्फ कान्हा की पूजा-अर्चना करते हैं बल्कि पीले रंग के कपड़े भी पहनते हैं। हिंदू धर्म के अनुसार, जन्माष्टमी पर पीले रंग के कपड़े पहनना का विशेष महत्व है लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों है। चलिए आपको बताते हैं कान्हा और पीले रंग का क्या कनैक्शन है और जन्माष्टमी पर इस रंग के कपड़े क्यों पहने जाते हैं।

भगवान श्रीकृष्ण और पीले रंग का कनैक्शन

दरअसल, भगवान श्रीकृष्ण को पीतांबर धारी भी कहा जाता है। पीतांबर धारी यानि पीत :पिला, अम्बर:वस्त्र, पीले रंग के कपड़े पहनने वाला। यही वजह है कि जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को ज्यादातर पीले रंग के कपड़े पहनाए जाते हैं।

भगवान विष्णु भी होते हैं प्रसन्न

भगवान विष्णु भी पीले वस्त्र ही धारण करते हैं इसलिए जन्माष्टमी के अलावा गुरुवार के दिन पीले कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। साथ ही गुरुवार को पीले कपड़े पहनने से शादी में आ रही अड़चनें भी दूर होती हैं।

पीले रंग का धार्मिक महत्व

बृहस्पति का प्रधान पीला रंग मन को शांत और नकारात्मक विचारों को दूर रखने में मदद करता है। साथ ही यह रंग आंखों के अलावा ब्लड सर्कुलेशन, पाचन तंत्र को भी प्रभावित करता है।

पीली चीजों का दान करना भी होती है शुभ

यही नहीं, इस दिन पीले कपड़े, पीले फल व पीला अनाज दान दान करना भी शुभ माना जाता है। ऐसे माना जाता है कि इससे भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं।

पीले चंदन के तिलक का महत्व

जन्माष्टमी पर पीले चंदन या केसर में गुलाबजल मिलाकर तिलक लगाएं। आप चाहे तो रोजाना इसका तिलक लगा सकते हैं। इससे मन को शांति मिलती हैं और घर में सुख-समृद्धि भी आती है।

Content Writer

Anjali Rajput