लूट-पाट पर उतरें लोग, सामान बचाने के लिए वुडन से ढके लग्जरी स्टोर्स

punjabkesari.in Friday, Jun 05, 2020 - 06:37 PM (IST)

इन दिनों अमेरिका के लग्जरी स्टोर्स वुडन प्लाई वुड से कवर किए जा रहे हैं जिसके पीछे की वजह बड़ी हिंसक है। दरअसल इन दिनों अमेरिका हिंसा की आग में जल रहा हैं, जिसकी वजह जॉर्ज फ्लॉयड की मौत। अश्वेत अमेरिकी जॉर्ज की मौत गोरे पुलिसकर्मी द्वारा घुटनों तले दबोचने से हुई थी। दरअसल, जॉर्ज पर 20 डॉलर के नकली नोट के जरिेए दुकान में खरीददारी करने का आरोप था, जिसके बाद लोगों ने इस मामले को ब्लेक लिव्स मैटर का रुप देकर आंदोलन शुरु कर दिया।

बस तभी अमेरिका में काले-गोरे की बहस छिड़ गई और प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर प्रदर्शन करने लगे और तोड़-फोड़ पर उतर आए, जिस वजह से अमेरिका के करीब 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया, हिंसा इस कदर बढ चुकी है कि लोग अब लग्जरी स्टोर्स में लुट-पाट पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने मैडिसन और फिफ्थ एवेन्यू में मैकीज स्टोर समेत कई लग्जरी स्टोर में तोड़-फोड़ की और हजारों डॉलर का सामान लूटकर ले गए जिससे बचने के लिए वहां के दुकानदारों ने दुकानों को लड़की के बोर्ड से कवर कर दिया जिसका एक वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है।

 

कर्फ्यू और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी भी लुटेरों को Leica जैसे लग्जरी स्टोर से लूटपाट करने से नहीं रोक पाई। दरअसल दुकानें कोविड-19 के दौरान लगे लॉकडाउन से करीब दो महीने से नहीं खुली थीं। बस अब महंगे लग्जरी ब्रांडेड चीजों को बचाने के लिए स्टोर्स को वुडन प्लाईवुड से उनके मालिक अच्छे से सील कर रहे हैं ताकि तोड़ फोड़ और चोरी को रोका जा सकें। इससे जुड़े वीडियो सोशलमीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं 

चलिए आपको इसकीएक झलक दिखाते हैं...

 

तस्वीरों में लोग दुकानों के बाहर लगे प्लाईवुड को उखाड़ते नजर आए। इतना ही नहीं, लुटेरे हेराल्ड स्क्वायर स्थित दुनिया के सबसे बड़े डिपार्टमेंटल स्टोर मैकी में घुस गए और वहां से समान लूटकर फरार हो गए। लुटेरे इसके अलावा कई महंगे ब्रांड के शोरूम में भी लूटपाट करते नजर आए जिनमें नाइक और कोच स्टोर आदि शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि इन लुटेरों खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अब तक कई लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। इस घटना के बाद अमेरिका में डर का माहौल बना हुआ है।

बता दें कि न्यूयॉर्क में देर रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया और शहर में लूटपाट और हिंसा को रोकने के लिए तैनाती दोगुनी कर दी गई। खासकर मैनहट्टन के निचले इलाके और ब्रुकलिन में पुलिस की तैनाती और बढ़ा दी गई।
 

Content Writer

Sunita Rajput