B'day Spl: मुश्किलों भरा रहा अमीर फैमिली में जन्मी कोरियोग्राफर फराह का बचपन, जानिए उनकी Inspired ला

punjabkesari.in Wednesday, Jan 09, 2019 - 07:05 PM (IST)

बॉलीवुड कोरियोग्राफर से फिल्ममेकर बनी फराह खान आज अपना 54वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। फराह खान का जन्म भले ही सुपर रिच फैमिली में हुआ हो लेकिन बावजूद इसके उन्होंने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव का सामना किया। भले ही उन्हें अपनी लाइफ में मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा लेकिन यह वही एक्सपीरियंस थे, जिन्होंने उन्हें इतना मजबूत बनाया। चलिए जानते हैं कि किस तरह फराह ने अपनी लाइफ में मुश्किल सिचुएशन का बहादुरी से सामना करके कामयाबी की राह पाई और हर किसी के लिए रियल लाइफ इंस्पिरेशन बनीं।

 

बचपन का देखा बेस्ट टाइम

फराह के पिता कामरान खान अपने समय में सबसे अमीर फिल्ममेकर्स में शुमार थे इसलिए उनका बचपन बहुत अच्छे से गुजरा। फराह खान बताती हैं, 'पांच साल की उम्र तक मैंने और मेरे भाई साजिद ने बॉलीवुड का बेस्ट टाइम देखा। मेरे पापा बहुत अमीर थे। हमारे घर पार्टियां होती थीं और स्टार्स हमारे घर आया करते थे।'

पिता की मौत के वक्त पास थे महज 30 रुपए

कामरान ने फिल्म 'ऐसा भी होता है' में अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी थी लेकिन वह बुरी तरह फ्लॉप हो गई और यहीं से उनका बुरा वक्त शुरू हो गया। फराह ने बताया, 'हमारे घर में एक समय में ग्रामोफोन हुआ करता था, लेकिन फिल्म फ्लॉप होने के बाद हमारे पास कुछ भी ना रहा। सिर्फ एक फ्लैट रह गया था क्योंकि वह मां के नाम पर था। मेरे पिता की जब मौत हुई उस वक्त उनकी जेब में सिर्फ 30 रुपए थे और मुझे आसपास के लोगों से उनका अंतिम संस्कार करने के लिए मदद मांगनी पड़ी थी।'

 

बुरे समय में भी अच्छे समय को रखा याद

एक इंटरव्यू में फराह खान ने कहा था कि अगर मैं चाहती तो अपने मुश्किल वक्त को लेकर दुखी रह सकती थी लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। मैंने सिर्फ अच्छे समय को याद रखा और मुझे लगता है कि अब भगवान हमारे लिए ज्यादा दयालु हो गए हैं।

डांस एकेडमी में एडमिशन के लिए भी नहीं थे पैसे

वह बताती है कि उस वक्त उनके पास डांस एकेडमी में एडमिशन के लिए पैसे नहीं थे, उन्होंने खुद से डांस और कोरियोग्राफी सीखी। उन्हें आज भी इस बात का दुख है कि वह कोई प्रॉपर डांस फार्म नहीं सीख सकीं।

 

फिल्म 'जो जीता वही सिकंदर' से मिली पहचान

हालात खराब होने के कारण फराह ने मंसूर अली खान को रिक्वेस्ट की थी कि वह उन्हें बतौर एसिस्टेंट रख लें। उसी समय एक दिन सरोज खान फिल्म 'जो जीता वही सिकंदर' में कोरियोग्राफी के लिए नहीं आईं और फराह को अपना टेलेंट दिखाने का मौका मिल गया। इसके बाद उन्‍होंने कई गानों में कोरियोग्राफ किया।

6 बार मिल चुका है बेस्ट कोरियोग्राफर का अवार्ड

फिल्म 'कोई मिल गया' का गाना 'इधर चला में उधर चला' के लिए फराह को बेस्ट कोरियोग्राफी का नेशनल अवॉर्ड भी मिला है। मॉनसून वेडिंग, बॉम्‍बे ड्रीम्‍स, वैनिटी फेयर में उनके काम को देखते हुए उन्‍हें बेस्‍ट कोरियोग्राफर के तौर पर 2004 के टोनी अवार्ड के लिए नामांकित किया गया। इतना ही नहीं, उन्‍हें 6 बार फिल्मफेयर बेस्ट कोरियोग्राफर का अवॉर्ड मिल चुका है।

हिट गानों की कोरियोग्राफर रहीं फराह खान

फराह खान को मौका मिलने की देरी थी और इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 25 साल लंबे करियर में फराह ने कोरियोग्राफर के रूप में 100 से ज्यादा फिल्में की हैं। उन्होंने बॉलीवुड को 'रुक जा ओ दिल दीवाने', 'छईया छईया', 'एक पल का जीना', 'इधर चला', 'माही वे', 'मुन्नी बदनाम हुई', 'शीला की जवानी' और 'बेबी को बेस पसंद है' जैसे कई हिट गाने दिए, जिसके डांस स्टेप्स आज भी हर किसी के दिलो-दिमाग में बैठे हुए हैं।

 

बनीं रियलिटी शो क्वीन

बॉलीवुड के अलावा छोटे पर्दे पर भी उनकी जबरदस्त धाक है और कई शोज में बतौर जज बन कर भी आ चुकी हैं। फराह खान ने सेलिब्रिटी चैट शो 'तेरे मेरे बीच में' होस्‍ट किया। साथ ही वह इंडियन आइडल के सीजन्स, डांस इंडिया डांस जैसे शोज में बतौर जज दिखाई दीं। इसके अलावा वह जस्‍ट डांस और फराह बिग बॉस भी होस्‍ट कर चुकी हैं।

8 साल छोटे शिरीष पर आया था फराह का दिल

फराह के पति शिरीष बॉलीवुड में आने से पहले एक इलेक्ट्रॉनिकल इंजीनियर थे। दोनों की पहली मुलाकात फिल्म 'मैं हूं ना' के सेट पर हुई थी। सेट पर दोनों हमेशा लड़ते रहते थे लेकिन अचानक एक दिन शिरीष ने फराह को प्रपोज कर दिया। उस वक्त फराह 32 की और शिरीष 25 के थे। फराह ने शिरीष को हां कहने में काफी समय लिया। मगर फिर दोनों ने साल 2004 में शादी कर ली। शादी के चार साल बाद फराह खान ने ट्रिपलेट्स बच्चों को जन्म दिया, जिनका नाम आन्या, दिवा और जार है।

Content Writer

Anjali Rajput