इस छुट्टियों पर क्लब महेंद्रा संग करें 'स्वर्ग' की सैर

punjabkesari.in Friday, May 05, 2017 - 04:05 PM (IST)

पंजाब केसरी (ट्रैवलिंग): केरल अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां की हरियाली हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। हरे-भरे वातावरण के साथ-साथ केरल से जुड़ी कला व  संस्कृति भी इसे दूसरों से खास बनाती है। इसी कला और संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है मुन्नार का क्लब महिंद्रा। इसी के साथ क्लब महिंद्रा अपने यहां आने वाले मेहमानों के लिए हर सप्ताह संस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन करते हैं, जिसमें पारंपरिक मार्शल आर्ट, केरल पट्टू और मोहिनीअट्टम जैसे केरल के शास्त्रीय नृत्य (क्लासिक डांस ) से जुड़े प्रोग्रामों का आयोजन किया जाता है। 
-कलरीपायट्टु
कलरीपायट्टु केरल की प्रमुख मार्शल आर्ट है। जिसे mother of all martial arts के नाम से भी जाना जाता है। किन्ही कारणों से युद्ध लड़ने की यह कला लुप्त हो चुकी थी लेकिन इस क्लब के जरिए इस कला को दोबारा लोकप्रिय बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यहां दक्षिण की इस महान कला को करीब से देखने का बहुत अच्छा अवसर मिलता है। 


-मोहिनीअट्टम
यहां पर केरल के शास्त्रीय नृत्य मोहिनीअट्टम का खास आयोजन किया जाता है। मोहिनीअट्टम भारत के केरल राज्य के दो शास्त्रीय नृत्यों में से एक है, जो अभी भी काफी लोकप्रिय है। मोहिनीअट्टम नृत्य शब्द 'मोहिनी' के नाम से बना है, 'मोहिनी' का यह रूप 'भगवान विष्णु' ने धारण किया था। 


-केरल के खास व्यंजन 
क्लब महिंद्रा में आपको केरल के खास व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा। व्यंजन के लिए दुनियाभर में लोकप्रिय केरल को 'land of spice' भी कहा जाता है। यहां के मसालों का कारोबार यूरोप के बहुत से देशों में फैला हुआ है।

यहां पर आपको वैज और नॉन वेज दोनों तरह का खाना आसानी से मिल जाएगा। नॉन वेज में मछली, चिकन और लाल मांस के साथ चावल और वेज में मिर्च, करी पत्ते, सरसों के बीज, हल्दी, इमली और हींग का लजीजदार तड़का खाने को लाजवाब बना देता है। 
-फेमस सादिया थाली 
केरल का सादिया थाली(Kerala Sadya) देश-विदेश, दोनों में खूब पसंद की जाती है। यहां पर खुशी के मौकों और त्योहार के दिनों जैसे विवाह, ओणम और विशु पर स्पैशल थाली बनाई जाती है। इस थाली की विशेषता यह है कि 20 तरह के अलग-अलग व्यंजनों को केले के पत्ते पर परोसा जाता हैं। केरल की बहुत सारी डिशेज में नारियल का खास इस्तेमाल किया जाता है जो खाने को जायके को दोगुना कर देता है। मालाबारी बिरयानी, कापा, अप्पम (kappa, karimeen pollichathu,Chemmeen ularthiyathu, tapioca cake, appam, laced pancakes, kadumanga achar, tender mango pickle) अचार के अलावा और बहुत सी खाने की वैरायटी यहां पर मिलती है। नाश्ते में यहां पर इडली, डोसा, अप्पम, इडलीअप्पम और पुट्टू के अलावा और भी कई तरह की डिश खाई जाती हैं। 
-खास है यहां का आर्गेनिक गार्डन
इस रिसॉर्ट की एक और खासियत, यहां का आर्गेनिक गार्डन है, जिसमें सब्जियों, फलों और मसालों आदि की 50 से ज्यादा किस्में उगाई जाती है। इस बागीचे को 5 साल पहले बनाया गया था, जहां मिट्टी के परीक्षण, इलाके और मौसम की स्थिति के अनुकूल बढ़ने वाले सब्जियां और जड़ी बूटियों को ही उगाया गया। मिट्टी के पोषक तत्वों को बनाए रखने औऱ खनिज कमी को रोकने के लिए फसल का चक्रिकरण, क्रमि खाद व प्राकृतिक उर्वरकों का इस्तेमाल किया जाता है ताकि गुणवत्ता से भरपूर हैल्दी भोजन लोगों को उपलब्ध करवाया जा सके। 
यहां पशुओं की लुप्त प्रजातियों का पालन पोषण भी किया जा रहा हैं, जिसमें वेचूर गाय (वेचूर गाय के दूध में औषधीय मूल्य है), पिग्मी बकरी (बकरियों की सबसे छोटी नस्ल के रूप में जाना जाता है), काली मुर्गी आदि शामिल है। इसी के साथ मधुमक्खियों का भी पालन किया जाता है, जिससे शुद्ध शहद भी आसानी से मिलता है। शहद की अधिकता होने पर इसे मेहमानों को बेच भी दिया जाता है। 
*यहां के ढेरों फायदे
- यहां उगाई जाने वाली वनस्पति और फल टेस्टी के साथ हैल्दी भी है। मसालों में इलायची, मिर्च, कॉपी, सौंफ, हल्दी आदि यहां बेस्ट है। 
-गाय और बकरी का शुद्ध दूध और मुर्गी और बतख के अंडे मिलते हैं। गाय के गोबर को खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
- यहां आए मेहमान इस खूबसूरत आर्गेनिक बागों की सैर करने का अच्छा मौका मिलता है।
-मीठी सुगंध वाली मसालेदार चाय 
हजारों हेक्टेयर भूमि में फैले यहां के चाय बगान अपनी क्वालिटी के लिए काफी मशहूर हैं जो यहां के स्थानीय लोगों के अलावा यूरोप और मिडल ईस्ट में भी निर्यात की जाती है। यहां आपको मीठी सुगंध वाली इन चायों की 10 वैरायिटीज मिलेगी, जिन्हें बड़े खास तरीके से तैयार किया जाता है। इन्हें तैयार करने के लिए क्ले पोट्स का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे चाय के स्वाद में कोई फर्क नहीं पड़ता।

ग्रीन टी अपनी हल्की सुगंध और औषधीय गुणों के कारण सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। वहीं, व्हाइट टी का अलग ही टेस्ट है, जिसे पीने का बाद काफी देर तक मुंह से इसका स्वाद नहीं जाता। व्हाइट टी में एंटी-एजिंग गुण पाए जाते हैं और यह दुनिया की सबसे महंगी चायों में से एक है।
-सीता देवी झील की सैर  
केरल के छोटे से हिल स्टेशल इडुक्की में सीता देवी झील हैं जो मुन्नार से 5 किलोमीटर की दूरी पर है। इसे देविकुलम लेक भी कहा जाता है। यहां पर प्रकृति के कई शानदार नजारे दिखाई देते हैं जो किसी को भी मन मोह लें। यह झील ‘Pond of the goddess’ के नाम से भी काफी फेमस है। यहां की हवा में जंगली फूल और जड़ी बूटियों की खुशबू आती है।

कहा जाता है कि सीता देवी ने खुद यहां स्नान किया था इसीलिए इसे सीता देवी झील कहते हैं। सीता देवी झील के आसपास विशाल चाय और मसाले के बाग भी है। इस झील का पानी कई जड़ी बूटियों से गुजरता है, जिसके कारण इसे काफी शुद्ध माना जाता है। यहां का पानी खनिजों से भरपूर है। यह झील एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है। सीता देवी झील मछली पकड़ने के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर ट्राउट मछली पकड़ने की सुविधा भी उपलब्ध है।

 

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