कोरोनावायरस को '' चीनी वायरस '' न कहें, इसे हमने नही बनाया : बीजिंग प्रवक्ता

punjabkesari.in Thursday, Mar 26, 2020 - 05:13 PM (IST)

कोरोनावायरस आने के बाद लोगों ने जिस तेजी से इस वायरस की खबरें फैलाई उतनी ही तेजी से लोगों ने इस का नाम भी बदल डाला था। बहुत सारे लोगों ने कोरोनावायरस को नाम दिया हैशटेग चाइना वायरस जिसके चलते बुधवार को चीन ने ये सख्त शब्दों में कहा कि इसका नाम कोरोनावायरस है और चीन ने इसे न तो बनाया है न ही इसको जानबूझकर प्रसारित किया है और इस तरह के शब्द इस्तेमाल करना अच्छा नही है। 

भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को "चीनी लोगों को ढांढस बंधाने" की बजाय महामारी पर चीन की '' त्वरित प्रतिक्रिया '' पर ध्यान देना चाहिए , जी ने भारत की बात करते हुए कहा कि दोनों देशों ने संचार बनाए रखा है और कठिन समय के दौरान महामारी का सामना करने में एक-दूसरे का समर्थन किया है।

जी ने कहा कि हमें पता है कि डब्ल्यूएचओ ने जोर देकर कहा कि चीन और वुहान को वायरस से जोड़ने पर जोर दिया जाना चाहिए लेकिन जो लोग चीन के प्रयासों को कलंकित करने का प्रयास कर रहे हैं, उन्होंने चीनी लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा में किए गए भारी बलिदानों की अनदेखी की है।

उन्होंने कहा कि हालांकि चीन में वुहान शहर ने सबसे पहले प्रकोप की सूचना दी थी, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि चीन वायरस का स्रोत है जो और इस बात का भी कोई सबूत नही है कि हमने ये वायरस फैलाया।

"चीन ने न तो वायरस बनाया है और न ही जानबूझकर इसे प्रसारित किया है। तथाकथित 'चीनी वायरस' बिल्कुल गलत है," उन्होंने कहा।

 चीन ने COVID -19 को "वुहान वायरस" के रूप में ब्रांड करने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ की निंदा की थी,विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की स्पष्ट सहमति है कि वायरस को किसी विशिष्ट देश, क्षेत्र या जातीय समूह से नहीं जोड़ा जाना चाहिए और इस तरह के कलंक को खारिज किया जाना चाहिए।

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Vandana