कोरोना वायरस: बीमारी से है लड़ाई बीमार व्यक्ति से नहीं, न करें भेदभाव

punjabkesari.in Sunday, May 03, 2020 - 03:23 PM (IST)

कोरोना वायरस ने जहां दुनियाभर में कहर मचा रखा है वहीं भारत में कोरोना के अलावा भी परेशानियां सामने आ रही है। भारत में कोरोना के साथ-साथ देश को लोगों की गलत मानसिकता का भी सामना करना पड़ रहा है। जहां आए दिन कोरोना योद्धाओं पर हमने की खबरें सामने आ रही हैं वहीं देश में लोग कोरोना मरीजों से भेदभाव कर रहे हैं।

मगर, क्या हमारी जिम्मेदारी नहीं है कि कोरोना पॉजिटिव लोगों का ख्याल रखे, ना कि उन्हें शर्मिंदगी महसूस करवाएं। हर सावधानी बरतिए लेकिन उन्हें अनचाहा महसूस मत होने दीजिए। दूरी बनाए रखें लेकिन उन्हें ऐसा महसूस ना होने दें कि वो वो हम में से एक नहीं है। लोगों को चाहिए कि मरीजों के साथ भेदभाव करने की बजाए उनकी हिम्मत बढ़ाए।

भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर ने कुछ दिन पहले ही लोगों से अपील की थी, "कोरोना वायरस से पॉजिटिव का ख्याल रखे और उनको शर्मिंदगी महसूस ना हो।" इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो पोस्ट करते हुए भारतीय जनता को उन सभी के साथ भेदभाव करने से मना किया जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

कोरोना पॉजिटिव होने पर शर्मिंदा न हो

अगर आपको संक्रमण हो जाता है तो इसमें शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं है। अपनी बीमारी को छिपाने की बजाए टेस्ट करवाएं और जल्द से जल्द एडमिट हो जाएं। इस तरह से आप अपने परिवार, पड़ोसी के साथ कई जिंदगियां बचा सकते हैं।

जिम्मेदार नागरिक के रूप में हमें क्या करना चाहिए...

. लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग रखें लेकिन भेदभाव ना करें।
. जो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित होकर अब बिल्कुल स्वस्थ हो गए हैं उनकी सकारात्मक कहानियां शेयर करें।
. कोरोना पॉजिटिव, आइसोलेशन में रखे गए मरीजों का नाम व घर का पता सोशल मीडिया पर शेयर न करें।
. डर और दहशत फैलाने से बचें। 
. हेल्थकेयर और सैनिटरी वर्कर्स या पुलिस को निशाना न बनाएं। वे वहां आपकी मदद करने के लिए हैं।
. डॉक्टर, नर्सें और हेल्थ प्रोफेशनल्स जैसे स्वास्थ कर्मी संकट के बीच भी दिन-रात आपकी देखभाल व मेडिकल सपोर्ट पहुंचाने में काम कर रहे हैं। उनका समर्थन और प्रशंसा करें।
. गरीब व मजदूर लोगों को जरूरत का सारा सामान मुहैया करवाएं।
. डॉक्टरों, अन्य स्टॉफ, पुलिस व सफाई कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना करें और उनके परिवारों का समर्थन करें। 
. कोरोना वायरस से संबंधित कोई भी सूचना या मैसेज आगे भेजने या सोशल मीडिया पर शेयर करने से पहले उसे कई बार चेक कर लें कि वो सही है या नहीं।

अगर हम एक-जुट हो जाए तो न केवल कोरोना संकट, बल्कि उसके बाद आने वाले आर्थिक संकटों का भी सफलता से सामना कर सकते हैं। इस मुश्किल घड़ी में घबराने की बजाए हिम्मत से काम लें। एक-दूसरे के सहयोग व सावधानी बरत कर ही कोरोना की जंग जीती जा सकती हैं।

Content Writer

Anjali Rajput