अनोखा मंदिर: यहां चिट्ठी लिखकर न्याय मांगते हैं लोग, पूरी होती है मन्नत

punjabkesari.in Sunday, Jun 16, 2019 - 04:45 PM (IST)

भारतीय संस्कृति और हिन्दुओं के धार्मिक स्थल पूरी दुनिया में ही फैले हुए हैं लेकिन उत्तराखंड के मंदिर सबसे खास हैं। उत्तराखंड को देवभूमि भी कहा जाता है क्योंकि यहां देवी-देवताओं के कई चमत्कारिक मंदिर हैं। ऐसा ही एक मंदिर है गोलू देवता का, जहां मन्नत मांगने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। गोलू देवता को स्थानीय मान्यताओं में न्याय का देवता कहा जाता है। इनकी प्रसिद्धि भारत ही नहीं बल्कि विदेशों तक फैली हुई है। चलिए जानते हैं इस मंदिर के बारे मे कुछ खास व दिलचस्प बातें।

उत्तराखंड में गोलू देवता के कई मंदिर हैं लेकिन सबसे लोकप्रिय है अल्मोड़ा जिले में स्थिति चितई गोलू देवता का मंदिर। इन्हें राजवंशी देवता के तौर पर भी पुकारा जाता है। लोग दूर-दूर से इस मंदिर में माथा टेकने और अपनी मन्नत मांगने के लिए आते हैं। यहां हर वक्त लगी भक्तों की भीड़ और लगातार गुंजती घंटी की आवाजों से आप इस देवता की लोकप्रियता का अंदाजा लगा सकते हैं।

गोलू देवता को उत्तराखंड में कई नामों से पुकारा जाता है। कुछ लोग तो उन्हें शिव व कृष्ण भगवान का अवतार भी करते हैं। इस मंदिर की खास बात यह है कि लोग मन्नत मांगने के लिए भगवान को चिट्ठी लिखते हैं। इतना ही नहीं, कई लोग तो स्टांप पेपर पर लिखकर अपने लिए न्याय मांगते हैं। अगर उनका मनोकामना पूरी हो जाए तो वह मंदिर में घंटी चढ़ाते हैं। यही कारण है कि इस मंदिर में आपको लाखों अद्भुत घंटे-घंटियों का संग्रह देखने को मिलेगा।

चितई गोलू मंदिर अल्मोड़ा से 8 कि.मी. दूर पिथौरागढ़ हाईवे स्थित इस मंदिर में आप सेफेद घोड़े में सिर पर सफेद पगड़ी बांधे गोलू देवता की अद्भुत प्रतिमा देख सकते हैं, जिनके हाथों में धनुष बाण भी है। लोग दूर-दूर से अपने लिए यहां न्याय मांगने के लिए आते हैं। इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आपको विहार से सीधे अल्मेड़ा की बस मिलेगी। आप चाहे तो यहां पहुंचने के लिए गाड़ी भी ले सकते हैं।

Content Writer

Anjali Rajput