Chandra Grahan: चंद्रग्रहण से चावल का गहरा कनैक्शन, जानिए कैसे?

punjabkesari.in Monday, Nov 30, 2020 - 02:10 PM (IST)

साल 2020 का आखिरी चंद्रग्रहण आज लगने जा रहा है लेकिन उपछाया चंद्र ग्रहण होने की वजह से इस दौरान सूतक काल नहीं लगेगा। हालांकि गर्भवती महिलाओं को इस दौरान सावधानी बरतनें की जरूरत होगी। मगर, हम आपको चंद्रग्रहण और चावल से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी बताने जा रहे हैं। चलिए जानते हैं चंद्रग्रहण से चावल का क्या कनैक्शन है...

चावल व चंद्रग्रहण का क्या है कनैक्शन?

चंद्रमा का सीधा संबंध चावल या अक्षत से है। दरअसल, सफेद अन्न के स्वामी चंद्र देव ही होते हैं। वहीं अक्षत का अर्थ अखंडित होता है इसलिए चावल को पूर्णता का प्रतीक और देवताओं का भोग माना गया है। इसके अलावा चावल पूजन कार्य में बहुत महत्व रखते हैं इसलिए पूजा के समय देवी-देवताओं को चावल अर्पित किए जाते हैं।

ग्रहण खत्म होने के बाद करें ये काम

. चंद्रग्रहण में श्वेत वस्तुओं में चावल, चीनी, श्वेत वस्त्र, श्वेत चंदन, चांदी इत्यादि का दान अत्यंत प्रशस्त माना जाता है। ऐसे में चंद्र ग्रहण के बाद भगवान को चावल चढ़ाकर भगवान का आशीर्वाद लिया जा सकता है। इससे ग्रहण की अशुभता खत्म होगी।

. उपछाया चंद्र ग्रहण के पश्चात चावल और सफेद तिल का दान करें और अपने से बड़ों का आशीर्वाद अवश्य लें।

हिंदू धर्म में भी महत्वपूर्ण

हिंदू धर्म में चावल का बहुत ही अहम माने जाते है इसलिए कोई भी पूजा, यज्ञ आदि बिना चावल के नहीं किया जाता। यही नहीं, हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले माथे पर चावल व रोली का तिलक भी किया जाता है, ताकि उस कार्य में सफलता मिले। इसके अलावा चावल घर की दरिद्रता दूर करने में सक्षम माने जाते हैं।

Content Writer

Anjali Rajput