यह हैं नवाबों की नगरी, जहां घूमने के बाद नहीं कह पाएंगे इन्हें अलविदा

punjabkesari.in Monday, Feb 19, 2018 - 01:52 PM (IST)

हमेशा से हम लोग अपने दादा-नानी से नवाबों की नगरी की कहानियां सुनते आए है, जिनके जरिए हम नवाबों की किलों से लेकर उनके रहन-सहन की कल्पना तक कर लिया करते थे लेकिन आजकल वो नवाबी ठाठ-बाट काफी कम होता जा रहा है। परन्तु आज भी कई खूबसूरक किले मौजूद है, जो नवाबों के समय हुआ करते थे। बहुत से लोग उन किलों की सैर करना पसंद करते है और उनका इतिहास जानने के लिए हरदम इच्छुक रहते है। अगर आप भी नवाबों के शहर घूमना चाहते है तो आज हम आपको लखनऊ की कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में बताएंगे, जिसे देखे बिना आप इस शहर को अलविदा नही कह पाएंगे। यह नवाबों का शहर की धरोहर और इमारतें मुगलों के जमाने की हैं जो हर जगह मशहूर है। आइए जानते है इसके बारे में कुछ खास जानकारी। 

 

1. Rumi Darwaza (रूमी दरवाज़ा) 


बड़ा इमामबाड़ा की तर्ज पर ही रूमी दरवाज़े का निर्माण किया गया था। नवाब आसफउद्दौला ने यह दरवाजा 1783 ई. में अकाल के दौरान बनवाया था, ताकि लोगों को रोजगार मिल सके। इस दरवाजे की वास्तुकला के प्रतीक इस दरवाजे को र्किश गेटवे कहा जाता है। यह इमारत लगभग 60 फीट ऊंची है। 

2. Ghantaghar (घंटाघर) 


इसे इंडिया का सबसे ऊंचा घंटाघर कहा जाता है, जो 1887 में बनवाया गया था। साथ ही इसे ब्रिटिश वास्तुकला के सबसे बेहतरीन नमूनों में से एक माना जाता है। 221 फीट ऊंचे इस घंटाघर का निर्माण नवाब नसीरूद्दीन हैदर ने सर जार्ज कूपर के आगमन पर करवाया था। 

3. Safed Baradari (सफेद बारादरी) 


सफेद बारादरी का निर्माण नवाब वाजिद अली शाह ने इमामबाड़े के रूप में उपयोग के लिए बनाया गया था। ब्रिटिश सरकार का राज कायम होने के बाद इसका उपयोग कोर्ट के रूप में किया जाने लगा था। यह सफेद पत्थर से बना यह भवन टूरिस्ट्स को अपनी ओर आकर्षित करता है। 

4. Saadat Ali Tomb (सआदत अली का मकबरा) 


बेगम हजरत महल पार्क के समीप सआदत अली खां और खुर्शीद जैदी का मकबरा है। मकबरे की शानदार छत और गुम्बद इसकी खासियत है। 

5. Laxman Park (लक्ष्मण पार्क) 


यह लक्ष्मण पार्क लखनऊ के बेगम हजरत महल पार्क के पास स्थित है। इस पार्क में लगी लक्ष्मण की विशालकाय प्रतिमा लखनऊ शहर के इतिहास बड़ी ही खूबसूरती से बयां करती है। 
 

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