काले धागे से हुई गलती ने बदल थी कोरियोग्राफर की जिंदगी

punjabkesari.in Friday, Jul 03, 2020 - 02:32 PM (IST)

बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान की मौत से पूरा बॉलीवुड सदमे है। सरोज ने 71 साल की उम्र में आखिरी सांस लीं। आज सुबह ही उनके परिवार ने उन्हें मलाड के कब्रिस्तान में सुपुर्दे-ए-ख़ाक किया। बता दें कि सरोज खान ने बॉलीवुड में मशहूर कोरियोग्राफर की जगह तो हासिल की लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें कई उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ा लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ भी कम दुखों से भरी नहीं रहीं। 

निर्मला नागपाल से कैसे बनीं सरोज खान? 

सरोज खान ने 22 नवंबर 1948 को मुंबई के एक परिवार में जन्म लिया और उनका असली नाम निर्मला नागपाल है। सरोज के पिता का नाम किशनचंद सद्धू सिंह और मां का नाम नोनी सद्धू सिंह। सरोज खान से महज 3 साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म नजराना से करियर की शुरूआत की और 50 के दशक में उन्होंने बैकग्राउंड डांसर के तौर पर काम किया। सरोज ने बॉलीवुड की हर बड़ी अभिनेत्री के साथ किया। 

शादी के लिए बदला नाम-धर्म लेकिन फिर भी...

बात अगर उनकी मैरिड लाइफ की करें तो उन्होंने मजह 13 साल की उम्र में खुद से 30 साल बड़े बी. सोहनलाल से शादी की जोकि सरोज के पहले मास्टर थे। बी. सोहनलाल से शादी के लिए सरोज ने इस्लाम धर्म कबूला और अपना नाम तक बदल लिया, मगर फिर भी पति ने उनकी कदर नहीं पाईं। बता दें कि शादी के वक्त सरोज को जरा भी इस बात की भनक नहीं थी कि जिनसे वो शादी कर रही है, वो पहले से शादीशुदा और 4 बच्चों के पिता थे। जब साल 1963 में सरोज खान के बेटे हामिद का जन्म हुआ तब जाकर सरोज को पता चला कि सोहनलाल की यह दूसरी शादी थी। सोहनलाल ने भी बच्चों के जन्म के बाद उन्हें अपना नाम देने से इंकार कर दिया जिसके बाद सरोज खान और उनके पति के बीच की दूरियां भी बढ़ती चली गई...

 

काले धागे ने बदल थी सरोज खान की जिंदगी

एक काले धागे की वजह से सरोज को जिदंगी में इतना कुछ सहना पड़ा जिसका किस्सा शेयर करते हुए एक बार सरोज ने कहा था कि  जब में 13 साल की उम्र में स्कूल जाया करती थीं और शादी के मायने नहीं जानती थी। एक दिन उनके डांस मास्टर सोहनलाल ने उनके गले में काला धागा बांध दिया था, जिसके बाद सरोज के घरवालो ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया और कहा कि अब यहीं तुम्हारा पति है। बस फिर क्या था स्कूल जाने की उम्र में ही सरोज बीवी बन गई और 14 की उम्र में मां। मगर सरोज के दुख भरी कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। 

पर्सनल लाइफ भी रहीं दुखों से भरी

सोहनलाल से अलग होने के कुछ साल बाद ही सरोज के पति सोहनलाल को हार्ट अटैक आया और पति की ऐसी हालात देखकर सरोज खुद को रोक नहीं पाई और फिर उनके करीब आ गई। इसी दौरान सरोज ने एक बेटी कुकु को जन्म दिया लेकिन बेटी के जन्म के बाद सोहनलाल, सरोज की जिंदगी से कहीं गायब हो गए जिसके बाद सरोज की मुलाकात बिजनेसमैन सरदार रोशन खान से हुईं। सरदार रोशन खान भी शादीशुदा और दो बच्चों के पिता थे लेकिन वह सरोज से बेहद प्यार करते थे। सरदार रोशन ने सरोज से शादी की और उनके बच्चों को अपना नाम भी दिया। सरदार रोशन और सरोज की एक बेटी है सुखना खान, जो फिलहाल दुबई में डांस इंस्टीट्यूट चलाती हैं।

सरोज ने अपनी लाइफ में कई उतार-चढ़ाव देंखे लेकिन कभी हिम्मत नहीं हारी। हाल ही में उनकी आखिरी गाना अप्रेल 2019 में आई करण जौहर की मल्टी स्टारर फिल्म कलंक के लिए कोरियोग्राफ किया था जिसके बोल थे 'तबाह हो गए'। भले ही सरोज दुनिया को अलविदा कह गई लेकिन उनके कोरियोग्राफ किए गाने हमेशा लोगों के जहन में जिंदा रहेंगे।

Content Writer

Anjali Rajput