बस कंडक्टर की बेटी शालिनी अग्निहोत्री बनी सर्वेश्रेष्ठ आईपीएस ट्रेनी

punjabkesari.in Friday, Aug 03, 2018 - 05:16 PM (IST)

सपने देखना आसान होता है लेकिन उन सपनों को पूरा करना बहुत ही मुश्किल है। मगर जब सपना हकीकत में बदल जाता है तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं होता। एेसी ही खुशी मिली है ऊना के ठठ्ठल गांव की शालिनी अग्निहोत्री को। उन्होंने बचपन में सपना देखा था कि वह पुलिस में जाकर अपने देश की रक्षा करें। उनका यह सपना पूरा हो चुका है। पुलिस में जाने के बाद भी उन्होंने मेहनत करनी नहीं छोड़ी और सर्वेश्रेष्ठ आईपीएस ट्रेनी की ट्रॉफी पर कब्जा किया।

 

सर्वेश्रेष्ठ आईपीएस ट्रेनी

शालिनी ने सर्वश्रेष्ठ ट्रेनी का खिताब अपने नाम किया। सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंड ट्रेनी ऑफिसर होने के नाते प्रधानमंत्री के प्रतिष्ठित बेटन और गृह मंत्री के रिवॉल्वर भी उन्हें ही दी गई। 

 

अपने गांव की पहली आईपीएस हैं शालिनी

आपको बता दें, शालिनी ऊना के ठठ्ठल गांव की पहली आईपीएस पुलिस अधिकारी हैं। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए शालिनी देर रात 3 बजे तक पढ़ाई करती थी। पूरा दिन अपनी रेग्युलर एमएससी की कक्षाएं लगाती थी और शाम को घर आकर फिर अपनी टेस्ट की तैयारियों में जुट जाती थी। 

 

पापा है बस कंडक्टर 

शालिनी के पापा रमेश एचआरटीसी में कंडक्टर हैं। उनकी डयूटी हमेशा लॉग रूट वाली बसों के साथ रहती थी। इसलिए वह घर पर बहुत कम रहते थे। वह हफ्ते में सिर्फ दो दिन ही घर पर हुआ करते थे। 

 

एक्सट्रा पैसों के लिए मां करती थी सिलाई

शालिनी कहती हैं कि मेरी मां सिर्फ दसवीं पास है मगर फिर भी वह मेरे होमवर्क करने में हमेशा मदद करती थी। घर खर्च को चलाने और एक्सट्रा पैसों के लिए मां सिलाई करती थी। 

 

बहन और भाई भी करते हैं गवर्नमेंट जॉब

शालिनी कि बड़ी बहन रजनी अग्निहोत्री डॉक्टर है जबकि भाई आशीष इंडियन आर्मी में है। आपको बता दें, शालिनी के भाई आशीष ने पहली बार में ही एनडीए का टेस्ट पास कर लिया था। 

 

कुल्लू में दे रही हैं अपनी सेवा

शालिनी ने मई 2011 में यूपीएससी का एग्जाम दिया। मार्च 2012 में इंटरव्यू दिया और मई 2012 में रिजल्ट आ गया, जिसमें ऑल इंडिया लेवल पर उन्होंने 285वां रैंक हासिल किया। दिसंबर 2012 में हैदराबाद में ट्रेनिंग ज्वाइन की। उनका 148 का बैच था, जिसमें वह टॉपर रही। फिलहाल शालिनी कुल्लू जिले में सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस सेवा दे रही हैं। 
 

Content Writer

Nisha thakur