एक को 7 मर्दों ने स्कूल जाने के लिए मार डाला तो दूसरी को फर्ज के लिए गवांनी पड़ी जान
punjabkesari.in Wednesday, Apr 03, 2019 - 04:03 PM (IST)
भारत देश तेजी से तरक्की कर रहा है लेकिन आज भी कुछ लोगों की सोच में बदलाव नहीं आया है। जहां आज लड़कियों को लड़कों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलने के लिए प्रेरित किया जाता है, वहीं कुछ लोग उनके परों को काट भी देते हैं। आज भी लड़कियों के बढ़ते हुए कदमों को रोकने के लिए उनकी हत्या कर दी जाती है।
आज हम आपको दो लड़कियों के साथ ऐसी ही कुछ दर्दनाक घटनाओं के बारे में बताएंगे, जिसे सुनने के बाद आप भी दिल दहल जाएगा।
स्कूल जाने का किया 'गुनाह' तो 7 मर्दों ने मिलकर की हत्या
यह मामला है बिहार के मुजफ्फरपुर के एक छोटे से गांव का, जहां लड़कियों को सिर्फ 8वीं तक पढ़ने की ही इजाजत दी जाती हैं। इस रूढ़िवादी को तोड़कर एक लड़की ने आगे पढ़ने का फैसला किया लेकिन आगे बढ़ने से पहले ही उसकी हत्या कर दी गई। दरअसल, मुजफ्फरपुर की 17 साल की एक लड़की 8वीं से आगे पढ़ना चाहती थी लेकिन समाज के ठेकेदार उसे स्कूल जाने से रोकना चाहते थे इसलिए उन्होंने उसे धमकी देना शुरू कर दिया।
जब उस लड़की ने स्कूल जाना बंद नहीं किया तो गांव के 7 मर्दों मे घर में घुसकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद मृतक लड़की के भाई ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। उसने बताया कि आरोपियों ने उसकी बहन की हत्या करे के बाद उसे धमकी दी कि वो जल्दी उसका अंतिम संस्कार कर दें और यह बात किसी को ना बताए। परिवारवाले उसे आगे पढ़ाना चाहते थे लेकिन समाज के विरोध की कीमत उसे जान देकर चुकानी पड़ी।
10 साल पहले लिया एक फैसला बना मौत की वजह
यह मर्डर केस, पंजाब सरकार के फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) में जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद नियुक्त नेहा शौरी (ड्रग ऑफिसर) का है, जिसका 10 साल पहले लिया एक फैसला ही उनकी मौत की वजह बन गया। वह पंजाब के रोपड़ और मोहाली का काम संभालती थी लेकिन 29 मार्च के दिन उन्हीं के ऑफिस में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई।
दरअसल, एक साल 2009 में नेहा ने एक मेडिकल स्टोर में छापेमारी कर नशीली दवाएं बरामद की थी। इसके बाद नेहा ने फार्मेसी अधिकारी बलविंदर का लाइसेंस रद्द कर दिया। 10 साल बाद उस फार्मेसी ऑफिसर ने नेहा की जान लेकर इस बात का बदला लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी सुबह नेहा के ऑफिस आया और उसपर 3 गोलियां चलाई। इसके बाद उसने 'हैप्पी होली' कहकर उसने भागने की कोशिश की लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, जिसके बाद उसने खुद को भी गोली मार ली।