क्या Irregular Periods से कंसीव करने में आती है दिक्कत? जानिए कैसे करें इलाज
punjabkesari.in Wednesday, Mar 31, 2021 - 11:37 AM (IST)
मासिक धर्म यानि पीरियड्स हर महिला की जिंदगी का जरूरी हिस्सा है। औसत पीरियड्स चक्र 28 दिनों का है यानि हर महिला को 21-25 दिनों के बाद इस सिचुएशन से गुजरना पड़ता है। हालांकि पीरियड्स के बीच का समय बदलता रहता है और वो जल्दी या देरी से आ सकते हैं। मगर, ऐसा बार-बार हो या पीरियड्स लंबे समय ना आए तो यह इशारा है कि मासिक धर्म चक्र बिगड़ गया है। महिलाओं का स्वास्थ्य भी काफी हद तक मासिक धर्म चक्र पर ही निर्भर करता है। अगर मासिक धर्म चक्र बिगड़ जाए तो महिलाओं को कई तरह का सामना करना पड़ता है।
सबसे पहले जानिए मासिक धर्म चक्र बिगड़ने के कारण
बता दें कि महिलाओं के शरीर में तीन हार्मोन प्रोजेस्टेरोन, एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन होते हैं। इनका संतुलन बिगड़ा तो मतलब पीरियड्स में परेशानी शुरू। इसके अलावा...
• अचानक वजन बढ़ना या घटना
• तनाव बढ़ने के कारण
• शरीर में पोषक तत्वों की की
• थायराइड , PCOD, PCOS के कारण
• बहुत अधिक एक्सरसाइज करना
• गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन
• डायबिटीज या थायराइड की वजह से भी पीरियड्स गड़बड़ा जाते हैं।
अनियमित महावारी के लक्षण
- यूट्रस में दर्द
- हाथ-पैर, कमर और ब्रेस्ट में दर्द
- भूख ना के बराबर लगना
- बिना किसी थकावट महसूस होना
- कब्ज और पेट की दिक्कतें होना
क्या कंसीव करने में आती है दिक्कत?
मासिक धर्म नियमित हो तो ओवुलेशन के दिनों आसानी से पता चल जाता है लेकिन अनियमित पीरियड्स के कारण ऐसा नहीं हो पाता। हालांकि आप गर्भधारण कर सकती हैं लेकिन ये थोड़ा मुश्किल हो सकता है। ऐसे में आपको गाइनकॉलजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए। बांझपन के 30% से 40% तक मामलों में अनियमित या असामान्य ओवुलेशन (ovulation) प्रमुख कारण होता है।
चलिए अब आपको बताते हैं कि अनियमित महावारी को आप कैसे ठीक कर सकती हैं।
योग करें
योग एक ऐसी प्राचीन पद्धति है जो हर बीमारी का समाधान है। शोध के अनुसार, रोजाना 35-40 योग करने से हार्मोन्स स्तर ठीक रहता है, जिससे अनियमित पीरियड्स की समस्या नहीं होती। इसके अलावा इससे तनाव और डिप्रेशन भी कम होता है, जोकि इसके लिए जिम्मेदार है।
वजन का ध्यान रखें
पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए वजन को कंट्रोल करें। दरअसल, मोटापे के कारण हार्मोन्स व इंसुलिन का स्तर बिगड़ जाता है, जिससे यह समस्या हो सकती है। इसे कंट्रोल करने के लिए हैल्दी खाए, एक्सरसाइज करें, भरपूर पानी पीएं और लाइफस्टाइल सुधारें।
विटामिनयुक्त खुराक लें
शोध के अनुसार, विटामिन-डी से भी पीरियड्स को नियमित करने में मदद मिलती है। इसकेलिए सुबह 10-15 मिनट गुनगुनी धूप लें। साथ ही डाइट में सॉल्मन या टुना फिश, अंडा, डेयरी प्रॉडक्ट, गाजर, दूध, दही आदि शामिल करें।
इन चीजों से करें परहेज
अनिमित पीरियड्स में सुधार करना है तो मसालेदार व ऑयली भोजन, खट्टी चीजें, जंक व प्रोसेस्ड फूड्स, चाय, कॉफी, रैड मीट, कोल्ड ड्रिंक्स, हाई कैलोरी व शुगर फूड्स से दूरी बनाकर रखें।
हार्मोन थेरेपी
अगर फिर भी पीरियड्स च्रक में कोई बदलाव ना हो तो आप डॉक्टर की सलाह से हार्मोन थेरेपी का सहारा ले सकती हैं। इसके लिए स्थिति के हिसाब गोलियां खाने के लिए देते हैं, जो प्रोजेस्टिन और एस्ट्रोजेन को सही करते हैं।
अब जानिए इरेग्युलर पीरियड्स के घरेलू उपचार
1. एक कप पानी में 1 चम्मच सूखा धनिया व दालचीनी पाउडर डालकर उबाल लें। जब पानी आधा रह जाए तो गैस बंद कर दें। इसमें हल्का-सा शहद मिलाकर दिन में 2 बार पीएं।
2. नियमित कच्चे पपीते के जूस पीने से भी पीरियड्स नॉर्मल हो जाते हैं।
3. सौंफ के एंटीस्पास्मोडिक तत्व भी पीरियड्स च्रक को सही करते हैं। आप इसकी चाय भी बनाकर पी सकते हैं।
4. अदरक के रस में थोड़ा शहद मिलाकर भोजन के बाद दिन में 3 बार खाएं। अदरक की तासीर गर्म होती है इसलिए गर्मियों में इसका ज्यादा सेवन ना करें।
5. दूध में हल्दी मिलाकर कुछ हफ्ते पीने से पीरियड्स से जुड़ी हर समस्या दूर हो जाती है। आप चाहें तो हल्की की जगह दालचीनी भी यूज कर सकते हैं।