सुंदर दिखने के लिए अजब परम्परा, देखिए क्या करती हैं ये औरतें ? (देखें तस्वीरें)

punjabkesari.in Friday, Sep 16, 2016 - 06:56 AM (IST)

दुनिया में विभिन्न देशों के फैशन भी निराले हैं । कई देशों  की महिलाएं तो अपने देश के कल्चर को निभाने व सुंदर दिखने के लिए किसी भी हद तक दर्द सहने को तैयार रहती हैं। आज हम बात करते हैं बर्मा और थाइलैंड की जिराफ वुमैन की जिन्हें अपनी लम्बी सुंदर गर्दन के लिए छोटी सी उम्र से ही  बेहद दर्द झेलना पड़ता है।
 
बर्मा और थाइलैंड में रहने वाली कायन जनजाति की महिलाएं अपने पहनावे की वजह से दुनिया भर में मशहूर हैं। ये महिलाए सुंदर दिखने के लिए अपनी गर्दन को लंबा कर देती हैं। कायन जनजाति में 5 साल की उम्र से ही छोटी बच्चियों की नाजुक गर्दन में भारी-भारी कांस्य के छल्ले पहनाए जाते हैं। उम्र बढ़ने के साथ ही छल्लों का भार और उनका आकार भी बढ़ता जाता है।
 
ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि इस जनजाति की महिलाओं की गर्दन की लंबाई बढ़ जाए जिससे कायन महिलाएं और अधिक सुंदर और आकर्षक लगें।हालांकि लोगों का ये भी मानना है कि इस प्रथा का उद्देश्य महिलाओं को दास-प्रथा से बचाने के लिए था ताकि वह भद्दी और बदसूरत दिखाई दें।
 
गर्दन में पहने जाने वाले इन छल्लों का वजन 5 किलो तक होता है। वहीं एक बार अगर कोई महिला इस छल्ले को पहन ले तो उसे फिर कभी उतारा नहीं जा सकता।
 
सुंदर लगने के शौक में ही लॉस एंजलिस में रहने वाली 28 साल की सिडनी वी-स्मिथ  ने थाइलैंण्ड और बर्मा की महिलाओं की डॉक्यूमेंट्री देख कर उनकी तरह गर्दन लंबी करने की कोशिश की।
 
स्मिथ की बचपन से ही गर्दन अपेक्षाकृत लंबी थी। कॉलेज के दिनों में ही उनके दोस्त उन्हें जिराफ वुमन नाम से बुलाते थे। स्मिथ को अपनी गर्दन को और लंबा करने की चाह थी। डॉक्यूमेंट्री  देखकर स्मिथ उन्हीं औरतों की तरह बनने की कोशिश करने लगी। इसके लिए स्मिथ ने जबरदस्ती घंटों बैठकर अपनी गर्दन ऊपर की तरफ खींचते रहने की कोशिश की।
 
बाद में उसने कॉपर से बना हुआ ऊंचा और टाइट नैकलेस पहना। इससे उसकी गर्दन कुछ इंच बढ़ गई। फिर स्मिथ हर समय ‌अपनी गर्दन में तांबे से बनी हुई रिंग पहनने लगी। धीरे धीरे वो इन रिंग की संख्या भी बढ़ाने लगी।  इससे स्मिथ की गर्दन 11 इंच लंबी हो गई। स्मिथ का कहना है कि इस लंबी गर्दन को पाने के लिए उसने बहुत दर्द तो सहा लेकिन  लंबी गर्दन देखकर उन्हें खुशी मिलती है।
 
 

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