स्तनपान करवाने वाली महिलाएं ऐसे रखें अपनी ब्रैस्ट शेप को परफैक्ट

punjabkesari.in Saturday, Jan 06, 2018 - 12:06 PM (IST)

जिस प्रकार प्रैग्नेंसी के दौरान महिला में कई हार्मोनल बदलाव देखने को मिलते है। उसी प्रकार स्पनतान के समय महिला के शरीर में काफी परिवर्तन देखने को मिलते है, जिसमें स्तनों का आकार काफी मायने रखता है। जब कोई औरत शिशु को स्तनपान करवाती है तो स्तनों के आकार में काफी बदलाव आता है। कुछ महिलाएं अपने स्तनों को परफैक्ट बनाने के चक्कर में शिशु को ब्रैस्ट फीड भी नहीं करवाती है लेकिन नवजात के लिए मां का दूध किसी अमृत से कम नहीं होता। अगर ब्रैस्टफीडिंग की वजह से आपका भी एक स्तन दूसरे की तुलना में काफी बड़ा नजर आता है तो ऐसे में कुछ बातों में सावधानियां बरतने की जरूरत है। आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे कि कैसे स्तनपान करवाने वाली महिलाएं अपने स्तनों के आकार को एक समान रख सकती है। 

 

1. कम दूध वाली ब्रैस्ट से दूध पिलाएं
स्तपान करवाने वाली महिलाओं के एक ब्रैस्ट में दूसरे की तुलना में कम दूध होता है। ऐसे में मां को स्तनपान की शुरूआत कम दूध वाले ब्रैस्ट से करवानी चाहिए। इससे ब्रैस्ट का आकार समान रहेगा।

 

2. ब्रैस्ट बदलकर दूध पिलाएं
शिशु को हर बार एक ही स्तन से दूध न पिलाएं। इससे निपल्स में दर्द और उस स्तन का आकार दूसरे की तुलना से अधिक बढ़ सकता है। ऐसे में स्तनों को बदल-बदलकर दूध पिलाएं। 

 

3. 15 से 20 मिनट तक करवाएं ब्रैस्टफीड
अपने बच्चे को लगभग 15-20 मिनट तक स्तनपान करवाएं। अगर आप इससे अधिक अवधि तक शिशु को स्तनपान करवाती है तो इससे शरीर को नुकसान हो सकता है। ज्यादा लंबे समय तक एक ही स्तन से दूध पिलाने से दर्द की समस्या रह सकती है। इसलिए बच्चे को कुछ अंतराल में स्तनपान करवाएं। 

 

4. ओवरलिकिंग से बचें
अगर एक ही ब्रैस्ट से दूध फीड करवा रही है तो दूसरे में दूध जमा होने की वजह से ओवरलीकिंग हो सकती है। ऐसे में उस ब्रैस्टमिल्क को निकालकर इस्तेमाल में लगाएं और ओवरलिकिंग से बचें। इससे स्तनों का आकार भी ठीक रहेगा। 


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