ब्लड में कैसे पूरी करें Platelets की संख्या

punjabkesari.in Thursday, Oct 26, 2017 - 12:56 PM (IST)

खून में पाए जाने वाले ब्लड सैल्स हमारे शरीर को संक्रामक रोगों से लडऩे की शक्ति प्रदान करते हैं जो लगातार नष्ट होते और बनते भी रहते हैं। इन दिनों ब्लड सेल्स कम होने की परेशानी आम की तुलना में दोगुनी हो गई है। डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड जैसे अन्य गंभीर वायरल बुखार के संक्रमण से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती हैं, जिसका असर खून में प्लेटलेट्स की संख्या पर पड़ता है अगर समय रहते इन का उपचार ना किया जाए तो यह मरीज के घातक साबित हो सकता है। इसके अलावा कैंसर, एड्स, एक्सीडेंट में बहा खून व अन्य कई तरह की बीमारियां भी प्लेटलेट्स की संख्या कम कर सकते हैं।

प्लेटलेट्स सैल्स की भूमिका 
खून में लाल, सफेद रक्त कोशिकाओं व तरल पदार्थ के अलावा कई अन्य चीजें भी होती हैं, जिनमें से एक प्लेटलेट्स भी हैं। रैड और व्हाइट ब्लड सैल्स की तरह प्लेटलेट्स भी ब्लड सेल्स का ही रूप है जिसे कृत्रिम तरीके से नहीं बनाया जा सकता। यह खून को गाढ़ा बनाए रखने की मुख्य भूमिका निभाता है जिससे रक्तस्त्राव नहीं होता। ब्लड में 1.5 से 4 लाख तक प्लेटलेट्स होना नॉर्मल है लेकिन शरीर में इनकी गिनती 10 हजार से कम होने पर प्लेटलेट्स चढ़ाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे शरीर में रक्त स्त्राव होने का डर बना रहता हैं। अगर यह स्त्राव अंदर ही रहे तो शरीर के विभिन्न अंगों के फेल होने की आशंका भी बढ़ जाती है लेकिन रक्त में प्लेटलेट्स की अधिकता से थ्रोबोसाइटोसिस हो सकता है जो रक्त को बहुत गाढ़ा बना देता है। 

डेंगू बुखार में क्यों कम होते हैं प्लेटलेट्स? 
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मादा एडीस मच्छर रक्तवाहिनी नसों को अपना निशाना बनाता है जिससे रक्त में वायरस का इंफैक्शन तेजी से फैलने लगता है। ऐसी स्थिति में खून से पानी अलग होने लगता है और प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से कम होने लगती है जिससे खून का थक्का जम नहीं पाता। आरबीसी व प्लाज्मा की अपेक्षा प्लेटलेट्स का जीवनचक्र केवल 7 से 8 दिन का होता है, इसलिए वायरस प्लेटलेट्स को सबसे पहले प्रभावित करता है। 

इन घरेलू तरीके से बढ़ाएं प्लेटलेट्स
खूून में आयरन व हीमोग्लोबिन की कमी हो तो प्लेटलेट्स कम होने की आशंका 80 प्रतिशत तक बढ़ जाती है इसलिए मौसम बदलने के साथ ही खान-पान का उचित ध्यान बहुत जरूरी है। हरी सब्जियों के साथ आंवला, चीकू, काजू, बकरी का दूध, नारियल पानी, ब्रोकली, विटामिन के, सी और कैल्शियम युक्त आहार शामिल करें। 

- पपीता
ब्लड में प्लेटलेट सैल बढ़ाने के लिए पपीता और इसकी पत्तियां दोनों फायदेमंद है। पपीते की पत्तियों को पानी में उबालें जब तक पानी आधा ना रह जाए। फिर इस पानी का सेवन करें। 

- चुंकदर
चुंकदर में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से कुछ ही दिनों में प्लेटलेट्स बढ़ जाते है। एक गिलास गाजर के रस में 3-4 चम्मच चुंकदर का रस मिलाकर पीने से जल्द फायदा मिलेगा। 

- ताजा दूध
ताजे दूध में कैल्शियम पाया जाता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती है। यह ब्लड प्लेटलेट को दोबारा विकसित करने में भी मदद करता है। ऐसे में आहार में दूध और इससे बनी चीजों को जरूर शामिल करें। 

- नारियल पानी
नारियल पानी का सेवन करें। इसमें मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स ब्लड प्लेटलेट्स की कमी को पूरा करते है। 

- आंवला
आंवले में मौजूद विटामिन-सी ब्लड प्लेटलेट और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करते है। रोज सुबह खाली पेट 1-2 आंवला खाएं। आंवले के जूस में शहद मिलाकर खाने से भी फायदा मिलता है।  

- कद्दू
कद्दू भी ब्लड प्लेटलेट बढाऩे में मददगार है। यह रक्त कोशिकाओं में उत्पादित प्रोटीन को नियंत्रित करता है जो प्लेटलेट के स्तर को बढ़ाने का काम करता है। आधा गिलास कद्दू के जूस में दो चम्मच शहद मिलाकर पीएं। 

- गिलोय
गिलोय का सेवन करने से प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।  गिलोय की डंडी को रातभर पानी में भिगोकर रखें और सुबह इसका छना हुआ पानी पीएं। इससे तेजी से ब्लड प्लेटलेट बढ़ेगे। अगर आप पानी नहीं पी सकते तो दो चुटकी गिलोय के सत्व को एक चम्मच शहद के साथ दिन में दो बार लें। 

- पालक
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विटामिन-सी युक्त पालक का इस्तेमाल अक्सर प्लेटलेट्स को बढ़ाने में किया जाता है। 2 कप पानी में 4-5 ताजा पालक के पत्ते डालकर उबाल लें। ठंडा होने पर इसमें आधा गिलास टमाटर का रस मिलाकर पीएं। इसके अलावा आप टमाटर का जूस या सब्जी का भी सेवन कर सकते है।


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