प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण पहचानकर करें टेस्ट

punjabkesari.in Tuesday, Jan 02, 2018 - 04:24 PM (IST)

प्रेगनेंसी के लक्षण : शादी के बाद अगर पीरियड्स आना बंद हो जाए तो महिला को एक ही बात का डर लगा रहता है कि वह प्रैग्नेंट है या नहीं। वैसे तो मां बनना काफी सुखद और खुशी का पल होता है लेकिन कई बार महिलाएं प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण (Early Pregnancy Symptoms) को पहचान नहीं पाती जिससे बहुत सी दिक्कते आ सकती है। शरीर में  हो रहे इन परिवर्तनों को पहचनाकर प्रेगनेंसी टेस्ट करवाना जरूरी है। हम आपको गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण (Pregnancy Ke Lakshan in Hindi) के बारे में बताएंगे, जो प्रेगनेंसी के शुरूआती दिनों में होते है। 

 

प्रेग्नेंट होने के लक्षण 

ब्रैस्ट में भारीपन

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प्रैग्नेंसी के दौरान शरीर में बहुत हार्मोन परिवर्तन होने लगते है। ब्रैस्ट को ऊतक भी संवेदनशिल होत जाते है, जिससे ब्रैस्ट में सूजन और भारीपन महसूस होने लगता है। अगर आपको भी कुछ ऐसा दिखाई देता है तो तुंरत अपना प्रैग्नेंसी टेस्ट करवाएं। 

 

स्वाद के प्रति बदलाव

प्रेगनेंसी के दौरान महिला के मुंह का स्वाद भी बदल जाता है। खास कर महिला को खट्टा खाने का मन करने लगता है। इतना ही नहीं, महिला को कुछ गंध से भी एलर्जी होने लगती है।

 

उल्टी और घबराहट

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प्रेगनेंसी में यह लक्षण शरूआती है। जब कोई औरत प्रैग्नेंट होती है तो पहले महीने उसे उल्टी और घबराहट की समस्या रहती है। कमजोरी भी महसूस होने लगती है। 

 

निप्पल के रंग में बदलाव 

अगर पीरियड्स लेट हो जाए और निप्पल का रंग बदलने लगे तो समझ ले कि यह प्रेगनेंसी का लक्षण है। प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में हार्मोन परिवर्तन से मेलनाइट्स काफी प्रभावित होते है। इसका प्रभाव उन कोशिकाओं में पड़ने लगता है जो निप्पल का रंग बदलने में उत्तरदायी होती है।

 

बार-बार यूरिन आना

प्रेगनेंसी के दौरान किडनी दोगुणा तेजी से काम करने लगती है, जिस वजह से वह सक्रिय हो जाती है और बार-बार यूरिन आने लगता है। इस वजह से महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। 

 

प्रेगनेंसी लक्षण में से एक है थकान महसूस होना

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शरीर में हार्मोन का बदलाव प्रेगनेंसी के बाद इतनी तेजी से होने लगते है कि शरीर में कमजोरी आने लगती है, जिससे ज्यादा थकान महसूस होने लगती है। 

 

कब्ज की समस्या

प्रेगनेंसी के शुरूआती दिनों में पाचन क्रिया पर भी काफी प्रभाव पड़ता है। जिस वजह से पाचन क्रिया धीरे-धीरे काम करने लगती है और कब्ज की समस्या होने लगती है। 

 

सिर में दर्द 

प्रेगनेंसी के दौरान रक्त वाहिकाओं में रक्त का प्रवाह तेजी से होने लगता है। जिस वजह से शरीर का ब्लड वॉल्यूम बढ़ने लगता है जिस वह से सिर में दर्द रहने लगता है।  

 

 


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Content Writer

Anjali Rajput

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