इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज, हो सकता है सोशल एंग्जाइटी

punjabkesari.in Sunday, Oct 15, 2017 - 05:55 PM (IST)

दिन ब दिन लोगों में कैंसर जैसी बीमारी के साथ-साथ सोशल एंग्जाइटी की बीमारी भी आज देखने को मिलती है। इसके लक्षण पता न होने के कारण यह समस्या बढ़ जाती है। यह बीमारी 6 महीने से अधिक होने पर पागलपन भी बन सकती है। इसलिए समय रहते इ सकी पहचान करके इलाज करवा लेना ही ठीक ही है। आइए जानते है इस बीमारी के लक्षण से लेकर इलाज के बारे में कुछ और बातें।
 

-क्या है एंग्जाइटी डिसऑर्डर
इस बीमारी के कारण आपको बैचेनी, बेवजह की चिंता, वास्तविक या काल्पनिक घटनाओं पर आधारित भविष्य का डर होने लगता है। यह बीमारी आपके दिमाग पर बुरा असर डालकर आपको पागलपन की कगार तक पहुंचा देती है। इसके अलावा इससे रोजमर्रा की लाइफ भी इफेक्ट होने लगती है।

-एंग्जाइटी के लक्षण
यह बीमारी होने पर आपको कमजोरी, थकावट, बेवजह चिंता, आंखों के आगे बिंदु तैैरना, घबराहट, डर, नकारात्मक विचार, बेकाबू होना, माथा ग्रम रहना, रात में अचानक उठ जाना, हाथ पैरों का ठंडा होना, मांसपेशियों में सूजन और पेट में हलचल के लक्षण दिखाई देते है।

-कारण
किसी लंबी बीमारी में ग्रस्त रहने के कारण आपको यह बीमारी हो जाती है। कोई भी बीमारी होने पर आपका तनाव और अनिद्रा की समस्या दिमाग के सैल को चेंज करके उसे इस डिसऑर्डर में बदल देती है।

-इस तरह से करें इलाज
1.
इस बीमारी में कम से कम सोचें और कभी भी अकेले न रहें। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा नींद लें।

2. इस बीमारी में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और वसा का सेवन करें। इसके अलावा अपना बोजन नियमित समय पर और पूरा खाएं।

3. इस बीमारी में योगा और व्यायाम करें। इसके अलावा सुबह शाम ताजी हवा में सैर करें।

4. ऐसे में जंक फ्रूड का सेवन न करें। इससे आपकी बीमारी बढ़ सकती है।
 


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