बच्चे में दिखाई दे लक्षण तो समझ जाए आंखों की रोशनी हो चुकी है कम

punjabkesari.in Monday, Nov 13, 2017 - 11:38 AM (IST)

बदलते लाइफस्टाइल में बड़ों को ही नहीं, बल्कि छोटी उम्र के बच्चों को भी आंखों से जुड़ी कई प्रॉबल्म का सामना करना पड़ता है। जिस वजह से उन्हें छोटी ही उम्र चश्मा तक लग जाता है। इसका सबसे बड़ा कारण मोबाइल फोन, टीवी, गेम्स अन्य आदि इस्तेमाल करना है। आंखों की रोशनी कमजोर होती है तो कुछ शुरू लक्षण दिखने शुरू हो जाते है। अगर इन्हें वक्त रहते समझा न जाए तो बच्चों की आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है। 

 

सिरदर्द 

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अगर बच्चे को अक्सर सिर् दर्द की शिकायत रहती है तो यह कमजोर रोशनी का संकेत हो सकता है। ऐसे में इसको अनदेखा न करें बल्कि डॉक्टर के पास जाकर जांच करवाएं। 

आंखें मलना
अगर बच्चा दिनभर आंखों को मलता रहे तो उसकी इस हरकत को नजरअंदाज न करें क्योंकि यह भी कमजोर रोशनी की संकेत हो सकता हैष 

तेजी से पलकें झपकना
अगर बच्चे को तेज रोशनी को अपनी आंखों झपकने लगे तो भी आंखों की घटती रोशनी को संकेत हो सकता है। दरअलस, ऐसा विटामिन की कमी के कारण होता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह जरूर लें। 

आंख बंद करके टीवी देखना
अगर बच्चा एक आंख बंद करके टीवी देखे तो भी अनदेखा न करें क्योंकि यह भी आंखों की घटती रोशनी का ही संकेत है। ऐसे में तुरंत डॉक्टरी सलाह लें। 

बार-बार सिर घुमाना

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अगर बच्चा थोड़ी-थोड़ी देर बाद सिर घुमाता रहें या किसी चीज को देखने के लिए उसके नजदीक जाकर खड़ा हो जाए तो भी बच्चे की आंखों की रोशनी कम हो सकती है। ऐसे में बच्चों को किसी अच्छे से डॉक्टर के पास लेकर जाए। 
 


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