बच्चे में दिखने लगें ये लक्षण तो समझ जाए आंखों की रोशनी है कम

punjabkesari.in Wednesday, Sep 20, 2017 - 10:29 AM (IST)

बदलते लाइफस्टाइल में मोबाइल फोन, गैम्स, टैलीविजन आदि का क्रेज ज्यादा बढ़ गया है बच्चे बाहर खेलने जाने के बाएं सारा दिन गैम्स पर चिपके रहते है। घंटों कंप्यूटर या टीवी के सामने बैठकर बिता देते है। इसी वजह से आज छोटी उम्र में ही बच्चों की आंखों की रोशनी कमजोर हो रही है। उन्हें चश्मा तक लगाने की नौबत आ जाती है। अगर छोटी उम्र में चश्मा लग जाए तो यह सारी उम्र पिछा नहीं छोड़ता । अक्सर पेरेट्स बच्चों की इन बातों को नजरअंदाज कर देते है । हम आपको बताएंगे कि आप कैसे पता लगा सकते है कि आपके बच्चे की आंखों की रोशनी कम होती जा रही है। 


- अगर बच्चा बार-बार आंखों को मल रहा है तो उनकी नजरे कमजोर हो सकती है। 

 

- वैसे तो सिर् में दर्द होने के कई कारण हो सकते है लेकिन अगर बच्चे के सिर में दर्द टीवी देखते या पढ़ाई करते समय हो तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें। 

 

- अगर बच्चा एक आंख को बंद करके टीवी या मोबाइल फोन देख रहा है तो भी उसकी आंखों की रोशनी कम होने का चांसेज है। 

 

- अगर बच्चा तोज रोशनी में बार-बार अपनी पलके झपका रहा है तो यह उनकी धीमी रोशनी का संकेत हो सकता है। ऐसे में बच्चे के आहार में विटामिन ए की मात्रा बढ़ा दें। 

 

-यदि आपका बच्चा टी.वी. देखते समय बीच-बीच में आंखों को बंद करके सिर को हिलाता रहता है तो इसे अनदेखा न करें। 

 

- बच्चे को दूर से कोई चीज साफ नजर नहीं आ रही तो जरूर बच्चे की आंखों का चैकअप करवाएं। 


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