इन 6 वजहों से हो सकती हैं 'लाइट ब्लीडिंग'

punjabkesari.in Sunday, Mar 26, 2017 - 03:33 PM (IST)

पीरियड्स एक ऐसी समस्या है, जिससे सभी महिलाओं को गुजरना पड़ता है। अधिकतर महिलाएं पीरियड्स से जुड़ी अलग-अलग समस्याओं से ग्रस्त रहती है। कई महिलाओं को शरीर में ऐंठन, जी मचलाना और पेट दर्द, चिड़चिड़ेपन, अनियमित पीरियड्स और कम रक्तस्त्राव की परेशानी रहती है। अगर आपको पीरियड्स के दिनों में कम रक्तस्त्राव की समस्या आ रही है तो इसे हलके में न लेकर डॉक्टर की सलाह लें क्योंकि लाइट ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते है। आज हम आपको इन्हीं कारणों के बारे में बताएंगे। 


 
1. हॉर्मोनल परिवर्तन 
शरीर में हॉर्मोनल परिवर्तन होने से पीरियड्स में ब्लीडिंग बढ़ या घट सकती है। ऐसे में घबराने के बजाएं डॉक्टर के पास जाए। 


2. अधेड़ उम्र 
अगर कोई महिला अधेड़ उम्र यानि 30 और 40 की उम्र पार कर चुकी हो तो उसे कम रक्तस्त्राव की परेशानी आती है क्योंकि इस उम्र के शरीर में एस्ट्रोजेन की मात्रा कम हो जाती है। 


3. कम उम्र की लड़कियां
कम उम्र में भी ' लाइट ब्लीडिंग' की परेशानी हो सकती है। कई बार तो ऐसा होता है कि पीरियड्स बीच में आना बंद हो जाते है। ऐसे में डॉक्टर के पास जरूर जाएं। 


4. लाइफस्टाइल में बदलाव 
लाइफस्टाइल और खानपान में निरंतर हो रहे बदलाव के कारण भी यह समस्या सामने आ सकती है। इसके अलावा  शारीरिक क्रिया के बढ़ने-घटने या तनाव से लाइट ब्लीडिंग हो सकती है। 


5. थायरॉइड 
थायरॉइड प्रॉबल्म, खानपान, पोलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम के कारण भी ऐसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। बेहतर होगा कि समय रहते इन सब परेशानियों से निजात पा लिया जाए। 


6. प्रैग्नेंसी
प्रैग्नेंसी के दौरान कई महिलाओं में म्यूकस डिस्चार्ज होता है, जिस वजह से लाइट ब्लीडिंग होने लगती है। अगर प्रैग्नेंसी की तीसरी तिमाही में यह समस्या हो तो इसे हल्के में न लें क्योंकि यह मिसकैरिज का संकेत हो सकता है।


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