शरीर पर दिखाई देते है नील के निशान तो जान लें 6 कारण

punjabkesari.in Saturday, Oct 14, 2017 - 03:57 PM (IST)

अगर अचानक से शरीर पर बिना किसी चोट के नील के निशान दिखाई दे तो हम चिंता में पड़ जाते है। यह निशान अपने आप कुछ दिनों बाद हल्के होकर गायब भी हो जाते है। अगर आपके शरीर पर भी ऐसे निशान दिखाई देते है और इनका कारण समझ में नहीं आ रहा है तो परेशान न हो। हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों बिना किसी कारण शरीर पर ऐसे निशान पड़ जाते है। 

 

निशान पड़ने का कारण
आम तौर पर चोट लग जाने पर रक्त रिसने लगता है और आसपास की कोशिकाओं में फैल जाता है। जिस वजह से शरीर पर नील के निशान पड़ जाते है। इसके अलावा अन्य और कारण है जिनकी वजह से यह निशान दिखाई देने लगते है। 

- पोषक तत्‍वों की कमी
कुछ विटामिन्स और मिनरल्स ऐसे होते हैं जो रक्त के थक्कों और जख्मों को भरने का काम करते है। अगर किसी कारण शरीर में इनकी कमी हो जाए तो नील के निशान पड़ जाते है। इसलिए ध्यान ऱखें कि अपने आहार में सभी पोषक तत्वों की मात्रा अधिक रखें। 

- कैंसर और कीमोथेरेपी
कैंसर के दौरान कीमोथेरेपी के कारण भी शरीर पर नील के निशान दिखाई देने लगते है।  कीमोथेरेपी के कारण रोगी का ब्‍लड प्‍लेटलेट्स बहुत नीचे गिर जाता है जिस वजह से बार-बार शरीर पर नील के निशान नजर आने लगते है। 

- दवाइयां और सप्लीमेंट
कई बार दवाइयों और सप्लीमेंट के इस्तेमाल से ऐसे निशान नजर आने लगते है। दरअसल,वार्फेरिन और एस्पिरिन जैसी दवाइयों का खून को पतला कर देती है जिस कारण शरीर पर नील के निशान पड़ जाते है। 

- आनुवंशिक रोग हीमोफीलिया
हीमोफीलिया एक अनुवांशिक रोग है जिसमें अगर एक बार चोट या घाव लग जाए तो रक्त बहना बंद ही नहीं होता। इस बीमारी में रक्त में थ्राम्बोप्लास्टिन नामक की कमी हो जाती है, जिस वजह से खून का स्त्राव तेज या नील के निशान पड़ने शुरू हो जाते है। 

- बढ़ती उम्र 
बढ़ती उम्र में शरीर के हिस्सों में नील पड़ना सामान्य बात है क्योंकि इस दौरान रक्त धमनियां काफी कमजोर हो जाती है जिस वजह से शरीर पर निशान बन जाते है। यह निशान लाल रंग , हल्के बैंगनी या हरे रंग के होते है और अपने आप गायब हो जाते है। 


 


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