मैं बड़ा फ्लॉप एक्टर हूं : करण जौहर

punjabkesari.in Sunday, May 20, 2018 - 04:23 PM (IST)

करण जौहर ने करियर की शुरूआत आदित्य चोपड़ा के असिस्टैंट के तौर पर फिल्म 'दिल वाले दुल्हनियां ले जाएंगे'  (1995) के साथ की थी। 'कुछ-कुछ होता है'( 1998) के साथ उन्होंने स्वतंत्र निर्देशन में कदम रखा। उसके बाद 'कभी खुशी कभी गम' (2001) का निर्देशन किया।

 

'फिल्म बॉम्बे वैलवेट' में वह पहली बार एक एक्टर के तौर पर दिखें परंतु ना तो फिल्म और न ही उसकी भूमिका तथा एक्टिंग को दर्शकों ने जरा भी पसंद किया और हाल ही में उन्होंने स्वयं स्वीकार किया है कि वह एक बड़ा फ्लॉप एक्टर हैं ।

 

गत दिनों वह फिल्म 'वैल्कम दू न्यूयॉर्क' में नजर आए थे और यह फिल्म भी बुरी तरह से फ्लॉप रही। जब उससे पूछा गया कि क्या वह मराठी फिल्मों में एक्टिंग करना चाहेंगे तो उसका कहना था, 'मैं एक बड़ा फ्लॉप एक्टर हूं । मैं जिन फ्लिमों में काम किया बड़ी फ्लॉप रही हैं। किसी को मुझे किसी फिल्म में नहीं लेना चाहिए'। हालांकि, मुझे फिल्मों में विशेष भूमिकाएं अदा करने से कोई परहेज नहीं है। 

 

पिता की मौत के बाद संभाला धर्मा प्रोडक्शन
2004 में पिता की मौत के बाद करण ने धर्मा प्रोडक्शन का जिम्मा संभालते हुए 'कभी अलविदा न कहना' , 'माई नेम इज खान' , 'स्टूडैंट ऑफ द इयर' और 'ए दिल है मुश्किल' जैसी फिल्मों का निर्देशन किया। निर्माता के तौर पर करण ने 'कल हो न हो' ,'दोस्ताना',  'आई हेट लव स्टोरीज', 'अग्निपथ' 'ये जवानी है' 'दीवानी' और बद्रीनाथ की दुल्हनिया' जैसी फिल्मों का निर्माण किया।


करण ने 'दिल वाले 'दुल्हिना ले जाएंगे', 'डुप्लीकेट', 'वीर' जारा ',  'दिल तो पागल है', 'ओम शांति ओम' और 'मोहब्बतें' के लिए ड्रैस डिजाइनिंग भी की है।

 

इन दिनों करण जिन फिल्मों का निर्माण कर रहे हैं उनमें क्लंक, ड्राइव, केसरी तथा ब्रह्रास्त्र जैसी फिल्में शामिल हैं।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Punjab Kesari

Recommended News

Related News

static