यह है बंगाल की पहली महिला पंडित, बिना कन्यादान के करवाती हैं शादी

punjabkesari.in Sunday, Mar 18, 2018 - 03:47 PM (IST)

अपनी कड़ी मेहनत के दम पर महिलाओं ने कई फील्ड में पहचान बनाकर दुनिया के सामने मिसाल कायम की हैं। अपने हौसले और हिम्मत की बदौलत आज महिलाएं पुरूषों से किसी भी काम में कम नहीं है। ऐसे में महिलाएं भला पूजा करवाने के कार्यों में पिछे क्यों रहें। पितृसत्तात्मक समाज में सारे अनुष्ठान के कार्य पुरुष पुजारी करते हैं लेकिन आज हम आपको इस क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाने वाली एक महिला के बारे में बताने जा रहे हैं। बंगाल की नंदिनी भौमिक पुरुष वर्चस्व को चुनौती देते हुए पंडित की तरह हर कार्य को संपन्न करवा रही हैं।

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बंगाल की नंदिनी भौमिक भी पुरुष की ही तरह शादी संपन्न करवाती हैं लेकिन उनका तरीका बेहद अलग है। वह संस्कृत के कठिन श्लोकों को बंगाली और अंग्रेजी में पढ़ती हैं, ताकि दुल्हन और दूल्हा उसके मतलब समझ सकें। उनके द्वारा करवाई जाने वाली शादी में बैकग्राउंड में रबींद्र संगीत बजता रहता है। इसके अलावा वह कन्यादान और पिरी घोरानो जैसी रस्मों के बगैर ही शादी संपन्न करवाती हैं, जिसे उनकी ही टीम के लोग बजाते हैं।

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नंदिनी भौमिक पेशे से पंडित नहीं बल्कि प्रोफेसर और ड्रामा आर्टिस्ट है। पंडितों के कार्य करने वाली वह बंगाल की पहली महिला है। उनका कहना है कि 'मैं उस सोच से इत्तेफाक नहीं रखती जहां बेटी को धन समझा जाता है और शादी के वक्त उसे दान कर दिया जाता है। स्त्रियां भी पुरुषों की तरह ही इंसान हैं, इसलिए उन्हें वस्तु की तरह नहीं समझना चाहिए।'
 

आमतौर पर शादी करने में सारी रात लग जाती है लेकिन नंदिनी 1 घंटे में ही शादी संपन्न करवा देती है। उनका कहना है कि  'मैं कन्यादान नहीं करवाती जिससे काफी समय बच जाता है। इसके अलावा मुझे यह परंपरा काफी पिछड़े सोच की भी लगती है।' इस काम को करते हुए नंदिनी को कई तरह का डर भी सताता रहता है लेकिन वह कहती हैं, 'मैं बाकी पुजारियों का सम्मान करती हूं और मेरी उनसे कोई लड़ाई नहीं है।

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नंदिनी पिछले 10 सालों से शादियां करवा रही हैं और अब तक वो 40 से भी ज्यादा शादियां करवा चुकी हैं।उन्होंने कोलकाता और उसके आसपास के कई इलाकों में अंतरजातीय, अंतरधार्मिक विवाह संपन्न कराएं हैं। नंदिनी ने अपनी 2 बेटियों की शादी भी इसी तरह संपन्न करवाई है। इसके अलावा वह अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा अनाथालयों में दान करके बच्चों की मदद भी करती हैं।


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