इस रहस्यमयी किले में आज भी दिखाई देता है शिव का अवतार

punjabkesari.in Friday, Jul 14, 2017 - 03:57 PM (IST)

लाइफस्टाइल:  शिवपुराण में भगवान शिव के अनेक अवतारों का वर्णन हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते है। अगर धर्म ग्रंथों की माने तो उनके अनुसार शिवजी के कुल 19 अवतार हुए थे। इन दिनों पवित्र श्रावण (सावन) मास चल रहा है। ये महीना भगवान शिव की भक्ति के लिए प्रसिद्ध माना जाता है। यही समय है भगवान शिव के चरित्र, स्वरूप व अवतारों के बारे में जानने का। धर्म ग्रंथों में भगवान शंकर के अनेक अवतारों का वर्णन भी मिलता है। उनमें से एक अवतार ऐसा भी है, जो आज भी पृथ्वी पर अपनी मुक्ति के लिए भटक रहा है। चलिए  हम आपको उस अवतार के बारे में बताते है।  

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यह अवतार कोई नहीं बल्कि गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र महापराक्रमी अश्वत्थामा है।  ग्रंथो में बताया गाय है कि द्वापर युग में जब कौरव व पांडवों में युद्ध हुआ था तो अश्वत्थामा ने कौरवों का साथ दिया और द्रौपदी के सोते हुए पुत्रों का वध कर दिया था। महाभारत में लिखा है कि अश्वत्थामा काल, क्रोध, यम व भगवान शंकर के सम्मिलित अंशावतार थे जो अत्यंत शूरवीर, प्रचंड क्रोधी स्वभाव के योद्धा है। श्रीकृष्ण ने ही अश्वत्थामा को पृथ्वी पर भटकते रहने का श्राप दिया था, तभी से वह अमर है। 

 

इस किले में दिखाई देते हैं अश्वत्थामा

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मध्य प्रदेश के बुरहानपुर शहर के लगभग 20 किलोमीटर दूसी पर बसा एक किला है जिसे असीरगढ़ का किला कहते हैं। यहां भगवान शिव प्राचीन मंदिर बना है। यहां रहने वालों लोगों का कहना है कि अश्वत्थामा रोज इस मंदिर में आकर भगवान शिव की पूजा करते है। इतना ही नहीं कुछ लोगों ने तो साक्षात अश्वत्थामा यहां पूजा करते देखा। अब इस बात में कितनी सच्चाई है हम नहीं कह सकते । 
 


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